देवों के देव महादेव का सावन का महीना बेहद प्रिय है। इस महीने में शिव जी और माता पार्वती की विशेष पूजा अर्चना का विधान है। साथ ही विवाहित महिला अखंड सुहाग की प्राप्ति के लिए सावन का सोमवार व्रत करती है। मान्यता है की ऐसा मनचाहे वर करने से जातक को मनचाहे व्रत की प्राप्ति होती है। सावन का तीसरा सोमवार 5 अगस्त को है। अगर आप भी देवों के देव महादेव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो सावन सोमवार पर भगवान शिव का राशि अनुसार अभिषेक करें। इससे सुख शांति की प्राप्ति होती है।
सोमवार व्रत शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर किया जाएगा
सावन का तीसरा सोमवार व्रत शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर किया जाएगा। प्रतिपदा तिथि 5 अगस्त का है। पंचांग के अनुसार , इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4:19 तक रहेगा। वहीँ अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:02 से लेकर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। सोमवार को पूजा करने से शुभ मुहूर्त रात्रि 7:15 से लेकर 8:17 के बीच रहेगी।
राशि के अनुसार करे अभिषेक
मेष राशि के जातक सावन के तीसरे सोमवार को गंगाजल में शहद और सुगंध मिलकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
वृषभ राशि के जातक तीसरे सोमवार को कच्चे दूध से महादेव का अभिषेक करें।
मिथुन राशि के जातक सावन के तीसरे सोमवार पर गंगाजल में बेलपत्र मिलकर भगवान शिव का अभिषेक करें।
कर्क राशि के जातक सावन सोमवार में दही से भगवान शिव का अभिषेक करें।
सिंह राशि के जातक सावनके तीसरे सोमवार पर गंगाजल में गुड़ मिलाकर देवों के देव महादेव का अभिषेक करें।
कन्या राशि के जातक सावन के तीसरे सोमवार पर गंगाजल में भांग के पत्ते मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें।
तुला राशि के जातक सावन के तीसरे सोमवार पर शुद्ध घी से शिव भगवान शिव का अभिषेक करें।
वही वृश्चिक राशि के जातक को सावन के सोमवार पर गंगाजल में शहद मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।
धनु राशि के जातकों को गाय के दूध से महादेव का अभिषेक करना चाहिए।
मकर राशि की जातक गंगाजल में अपराजिता का फूल मिलाकर शिवजी का अभिषेक करें।
कुंभ राशि के जातकों को सावन के तीसरे सोमवार काले तिल मिश्रित गंगा जल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।
वही मीन राशि के जातकों को सावन के तीसरे सोमवार को गंगाजल में दूब मिलाकर भगवान शिव काअभिषेक करना चाहिए।