इस बार नागपंचमी 9 अगस्त को मनाई जाएगी। श्रावण मास के महत्वपूर्ण पर्व गरुड पंचमी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने और जीवन से सभी नकारात्मकता को दूर करने और सौभाग्य के लिए उनका आशीर्वाद पाने के लिए नाग की पूजा करते हैं। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार में सांपों का बहुत महत्व और उनकी पूजा करने से भक्तों को सौभाग्य प्राप्त होता है।
आपको बता दे इस दिन अनंत ,वासुकि , शेष ,पदमा ,कंबल ,शंख पाल ,कालिया ,तक्षक नाग देवताओं का ध्यान करते हुए पूजा की जाती है। ऐसे में जानते है नाग पंचमी पूजा पूजा विधि और समाग्री।
नाग पंचमी पूजन सामग्री
नाग पंचमी में पूजा करते समय अनुष्ठान को सही तरीके से पूरा करने के लिए सभी ज़रूरी सामग्री का होना आवश्यक है जैसे चांदी ,लाल मिट्टी ,गाय के गोबर ,लकड़ी या पत्थर सांप की तस्वीर मूर्ति यां सांप की पेंटिंग ,दूध ,मीठा फल ,फूल ,दाल , हल्दी का पेस्ट ,कपूर , अंकुरित अनाज ,धूपबत्ती ।
नागपंचमी पर करे नाग देवता की इस विधि से और इस महूर्त में पूजा ,यहां जाने पूजा सामग्री के बारे में
अगर किसी मंदिर में पूजा की जा रही है तो कोई चित्र की आवश्यकता नहीं है। सबसे पहले सभी छवि या मूर्ति को पवित्र दूध से स्नान करना जरूरी है। उसके बाद में सभी छवियों या मूर्तियों को हल्दी लेप और सिंदूर से सजाया जाता है। धूपबत्ती जलाई जाती है। इसके बाद भक्तों को अंकुरित अनाज मिठाई और फल जैसे सभी विशेष चीजे चढ़ानी चाहिए।
मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन घर में प्रवेश द्वार पर सांप की आकृति बनाने से पूरी श्रद्धा से पूजा करने से आर्थिक स्थति मजबूत होती है।
भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के लिए आपको नाग पंचमी के मंदिर में जाकर चंदन की 7 गोलियां चढ़ानी चाहिए।
नाग पंचमी के दिन शिवलिंग पर दूध, फल, धतूरा, फूल और अर्क रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
अगर आपकी कुंडली में राहु -केतु को प्रभावित खत्म करने के लिए नाग पंचमी के दिन पूजा करनी चाहिए।
वहीं अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए आपको नाग पंचमी के दिन नाग पंचमी मंत्र का 108 बार जापकरना चाहिए।