अब तारों नेटवर्क के झंझट के बिना ही 5G से भी फास्ट इंटरनेट चलाने की तैयारी में सरकार लगी हुई है। सरकार की ओर से जल्दी एक नई टेक्नोलॉजी की मंजूरी दी जा सकती है जो मोबाइल इंटरनेट और कॉलिंग की दुनिया में बड़ा बदलाव कर सकती है। दरअसल अभी तक देश में 5G को सबसे तेज इंटरनेट सर्विस के तौर पर माना जाता है। लेकिन सरकार की ओर से सेटेलाइट स्पेक्ट्रम को मंजूरी दी जा सकती है।
सरकार ने सफलतापूर्वक 5G स्पेक्ट्रम आवंटन किया है
इससे पहले सरकार ने सफलतापूर्वक 5G स्पेक्ट्रम आवंटन किया है। लेकिन अब एक नई टेक्नोलॉजी की मंजूरी मिलते ही 5G की स्पीड भी नई टेक्नोलॉजी के सामने फीकी पड़ जाएगी। स्पेक्ट्रम आवंटन की प्रक्रिया को तेज किया गया है। आवंटन प्रक्रिया को लेकर नियम एवं शर्तो की सिफारिश की गई है। भारत में जल्दी ही जियो और एयरटेल की साझेदारी वाली सैटेलाइटसर्विस वन वेब और एलन मस्क की स्टारलिंक कंपनी से सैटेलाइट सर्विस को शुरू कर सकती है।इसको लेकर सरकार कंपनी सरकार और कंपनी के बीच बातचीत जारी है।
दुर्गम इलाकों में भी नेटवर्क की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी
सैटलाइट इंटरनेट सर्विस बाकी सर्विस से अलग है क्योंकि इसमें इंटरनेट के लिए किसी तार या फिर मोबाइल टावर की जरूरत नहीं होती है सीधे सेटेलाइट से ग्राहकों के मोबाइल से कनेक्ट होगा और इसमें इंटरनेट का एक्सेस मिलेगा। सर्विस को शुरू होने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों और दुर्गम इलाकों में भी नेटवर्क की समस्या पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।