उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थित है। इस मंदिर में दिन में पांच बार आरती होती है, जिसमें सबसे पहली आरती सुबह 4 बजे होती है। इस आरती को भस्म आरती कहा जाता है, क्योंकि इसमें भगवान शिव पर भस्म चढ़ाई जाती है।
इसके पीछे खास मान्यता यह है कि भगवान शंकर शमशान के साधक हैं और भस्म उनका शृंगार है। इसलिए भस्म से उनकी खास आरती की जाती है, जिसमें शामिल होने के लिए भक्तों को पहले रेजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। बिना रेजिस्ट्रेशन के आप भस्म आरती में शामिल नहीं हो सकते।
महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने हाल ही में एक ऐसा ऐलान किया है, जिससे बाबा महाकाल के भक्तों में खुशी की लहर दौड़ गई है। भस्म आरती में शामिल होने के लिए भक्तों को किसी समस्या का सामना न करना पड़े और वे किसी धोखाधड़ी का शिकार न बन जाएं, इसलिए मई के महीने से भस्म आरती के लिए रेजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए जाएंगे। आइए जानते हैं क्या हैं ये बदलाव।
तीन महीने पहले कर पाएंगे बुकिंग
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने भस्म आरती की रेजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में बदलाव करने का फैसला लिया है, जिसके कारण अब लोग तीन महीने पहले ही महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवा पाएंगे।
कितना है ऑनलाइन बुकिंग का शुल्क?
ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करवाते समय इस बात का ख्याल रखना जरूरी है कि एक आधार कार्ड और एक फोन नंबर से तीन महीने में बस एक ही बार रेजिस्ट्रेशन कर पाएंगे। ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन करने के बाद फोन पर एक रेफ्रेंस नंबर आएगा, जिसके बाद हर व्यक्ति के लिए 200 रुपए के हिसाब से भुगतान करना पड़ेगा और इसके बाद बुकिंग कंफर्म हो जाएगी।
ऑफलाइन बुकिंग भी कर सकते हैं
ऑनलाइन बुकिंग में एक दिन में 400 लोगों के आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। ऑनलाइन के अलावा, ऑफलाइन माध्यम से भी भस्म आरती के लिए बुकिंग की जा सकती है, लेकिन इसके लिए एक दिन पहले सुबह 6 बजे से लाइन में लगना पड़ता है और सिर्फ 300 श्रद्धालुओं को ही आरती में शामिल होने की अनुमति मिलती है।