हर दिन की तरह हम आपके लिए लाए हैं कुछ मजेदार चुटकुले, जिन्हें पढ़कर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे।
ज्योतिषी – तुम्हारा नाम कविता है?
कविता – जी महाराज
ज्योतिषी – रितेश तेरे पति का नाम है?
कविता – जी जी महाराज (हाथ जोड़ते हुए)
ज्योतिषी – रितेश की उम्र 45 साल है?
कविता – जी.. जी.. महाराज
ज्योतिषी – तेरे दो लड़के और एक लड़की है?
कविता – जी.. बिलकुल सही महाराज
ज्योतिषी – बड़ा लड़का.. 18 वर्ष का है.. नाम ऋषिकांत है
कविता – (नतमस्तक हो कर) हां में गर्दन हिलाती है
ज्योतिषी – लड़की 15 साल की.. नाम ऐश्वर्या है
कविता – (झुक कर) जी.. महाराज
ज्योतिषी – सबसे छोटा लड़का है जो अभी दस साल का है.. नाम राजू है।
कविता – (आश्चर्य से झुक कर चरणों में झुकते हुए) जी बिलकुल सही सही बता रहे हैं।
ज्योतिषी – तूने कल 25 किलो गेहूं खरीदे हैं?
कविता – (पैरो पर गिर कर..) महराज आप तो पूरे अंतर्यामी हैं
ज्योतिषी – अगली बार कुंडली लाना राशन कार्ड नहीं।
संजू – पापा मुझे एक लड़की पसंद है,
मैं उससे शादी करना चाहता हूं
पापा – क्या वो भी तुझे पसन्द करती है ?
संजू – हां जी..
पापा – जिस लड़की की पसन्द ऐसी हो मैं
उसे अपनी बहू नहीं बना सकता।
एक लड़का क्लास में लड़की को
रोज चुपके-चुपके देखा करता था।
एक दिन लड़का बोला- I Love You,
लड़की- अगर मैं भी I Love You बोलूं,
तो तुमको कैसा लगेगा?
लड़का- जानम, मैं तो ख़ुशी से मर जाऊंगा,
लड़की बड़ी चालाक निकली।
तिरछी नजर घुमा के बोली- जा नहीं बोलती,
जी ले अपनी जिंदगी।
सत्संग चल रहा था पंडित जी बता रहे थे
जो नर है वो अगले जन्म में भी
नर ही बनेगा और जो नारी है,
वो अगले जन्म में भी नारी ही बनेगी।
एक बुढ़िया उठकर जाने लगी
तो पंडित जी ने पूछा क्या हुआ?
बुढ़िया बोली- जब अगले जन्म में भी
रोटियां ही बनानी हैं तो…
सत्संग सुनने का क्या फायदा।
बेटा- मम्मी आज क्या बनाया है खाने में?
मम्मी- करेले की सब्जी
बेटा- मुझे नहीं खानी, मैं तो बाहर जा रहा हूं
किसी रेस्टोरेंट में
पापा- मेरा जूता लेकर आ…
बेटा- नहीं पापा में तो ऐसे ही बोल रहा था।
करेले की सब्जी तो स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है
पापा- अरे बेटा तू जूता लेकर आ,
मैं भी चलता हूं तेरे साथ रेस्टोरेंट।