भारत से पंगा लेना मालदीव के लिए कितना महंगा पड़ रहा है इसकी बानगी आये दिन खबरों में दिख ही जाती है। पहले तो मालदीव सरकार ने माफी मांगी और भारतीयों घूमने आने के लिए गुहार लगाई। मालदीव के मंत्री ने तो यहां तक कहते हैं कि भारतीय ने नाराजगी खत्म नहीं तो हम बर्बाद हो जाएंगे। आखिर मालदीव घुटनों पर ही गया और भारतीयों को लुभाने के लिए खास सुविधा शुरू कर रहा है।
मालदीव के मंत्री ने कहा कि वह जल्दी भारतीय पर्यटकों के लिए इस स्पेशल सेवाएं शुरू करेगी। मालदीव के आर्थिक विकास एवं व्यापार मंत्री मोहम्मद सईद ने कहा हम अपने यहां भारत की रुपे सर्विस को शुरू करने की तैयारी में है। इसे लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है। यह सुविधा शुरू होने के बाद मालदीव आने वाले भारतीय पर्यटक रुपे से भुगतान कर सकेंगे । हालाँकि अभी इसकी डेट फाइनल नहीं हुई है लेकिन जल्दी ही अंतिम रूप से फैसला किया जाएगा।
क्या है रुपे सर्विस
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन आफ इंडिया ने रुपे सर्विस शुरू की है। यह अपनी तरह का पहला भारतीय प्रोडक्ट है जो ग्लोबल कार्ड पेमेंट नेटवर्क के साथ जुड़ा है। इसे अब तक कई देशों में स्वीकार कर लिया गया है। रुपे कार्ड का इस्तेमाल एटीएम के अलावा पीओएस मशीनों और ई-कॉमर्स वेबसाइट पर भी किया जा सकता है । मालदीव के मंत्री ने कहा है कि , इससेहमारी करेंसी को भी मजबूती मिलेगी। दुनिया भर में डॉलर को लेकर बढ़ रही चिंताओं के बीच भारत जैसे देश के साथ लोकल करंसी में व्यापार से आर्थिक मजबूती मिलेगी।
द्विपक्षीय पर्यटन और व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी
अगस्त 2022 में तत्कालीन राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलेह ने कहा था कि ,दोनों देशों के नेता रुपे कार्ड को मालदीव में शुरू करने पर बातचीत कर रहे हैं । इस द्विपक्षीय पर्यटन और व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। भारत और चीन दोनों ही देश उसके साथ अपने लोकल करंसी में व्यापार को लेकर रजामंदी जता चुके है। इसका मतलब है कि डॉलर की बाजार रुपए में आयात का भुगतान हो सकेगा। इससे दोनों देशों के बीच 15 लाख डॉलर की आयत के लिए 50% करने में मदद मिलेगी यानी मालदीव भारत से रुपए में व्यापार करके करीब 7 पॉइंट 5 लाख डॉलर की बचत कर सकेगा। भारत ने जुलाई 2020 में कहा था कि मालदीव भी इन 22 देशो में शामिल है जो हमारे साथ लोकल के में व्यापार करने को इच्छुक है ।