किसानो की आय बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से बागवानी फसलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को बागवानी फसल की खेती प्रबंधन दिया जाए। इसी क्रम में राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के किसानों को आम के अलावा नारियल की खेती के लिए अनुदान का लाभ दिया जा रहा है।
आम के अलावा नारियल की खेती के लिए किसानों को 75% तक सब्सिडी दी जा रही है
खास बात यह है कि आम के अलावा नारियल की खेती के लिए किसानों को 75% तक सब्सिडी दी जा रही है। ऐसे में किसान मात्र 25% पैसा अपने जेब से खर्च करके आम के अलावा नारियल की खेती करके काफी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। उधान विभाग के मुख्यमंत्री बागवानी मिशन योजना के तहत किसानों को आम की खेती के लिए अनुदान का लाभ प्रदान किया जा रहा है। इसके लिए आम की खेती के लिए एक हेक्टेयर की इकाई लागत से ₹60000 निर्धारित की गई है।इस पर किसानों को 75 प्रतिशत सब्सिडी जाएगी। सब्सिडी का भुगतान किसानों को दो किस्तों में किया जाएगा।
भारतीय किसान को लागत के 75 प्रतिशत राशि 33750 दी जाएगी
प्रथम क़िस्त ने भारतीय किसान को लागत के 75 प्रतिशत राशि 33750 दी जाएगी। वहीं दूसरी किस्त में 11250 दी जाएगी। सरकार आम की खेती के लिए किसान कोकुल 45 हजार रुपए की सब्सिडी जाएगी। यहां ध्यान देने वाली बात है कि अनुदान की दूसरी किस्त का भुगतान किसान को पौधे की जीवित रहने पर ही किया जाएगा । किसान एक हेक्टर के आम के करीब 1500 पौधे और एक एकड़ में करीब 800 पौधे लगा सकते हैं। राज्य सरकार की ओर से केले की खेती के लिए सभी किसानों का अनुदान दिया जा रहा है। योजना के तहत टिश्यू कल्चर पद्धति से केले की खेती करने पर सब्सिडी दी जाएगी। योजना के अंतर्गत केले की लागत प्रति कहीं 125000 निर्धारित की गई है जिस पर विभाग की ओर से किसानों का 50% अनुदान दिया जाता है। ऐसे में केले की खेती के लिए किसानों को कुल 62 हजार ₹500 का अनुदान दिया जाएग।
नारियल का प्रधान होना अनुमानित दरों पर ऐसे किसानों को दिया जाएगा
उद्यान विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार , नारियल का प्रधान होना अनुमानित दरों पर ऐसे किसानों को दिया जाएगा जो अपने गांव के आसपास या अपनी जमीन पर नारियल का पौधा लगा सकते हैं। इसके तहत कम से कम पांच और अधिकतम कर हेक्टर के लिए 712 नारियल के पौधे अनुमानित दरों पर दिए जाएंगे। पांच पौधे लगाने वाले व्यक्ति अपने घर के आगे बैकयार्ड में लगा सकते और जो किसान अपने खेतों में नारियल का पौधा लगाना चाहते हैं उन्हें अधिकतम 4 हेक्टर के लिए 712 पौधे दिए जाएंगे। खेतों में नारियल का पौधा लगाने की जो किसानों के लिए 2 साल का भू-लगान रसीद होना आवश्यक है। एकपौधा इकाई लागत ₹50 निर्धारित की गई है जिससे किवे सानों को 75% यानी 63.35 की सब्सिडी दी जाएगी।
नारियल विकास योजना के तहत जिले में नारियल की खेती को बढ़ावा देने की योजना तैयार की गई है
यदि आप बिहार के किसान है तो आप इस मुख्यमंत्री बागवानी विकास मिशन योजना के तहत केला ,आम और नारियल पर दिए जाने वाले अनुदान का लाभ उठा सकते हैं। बिहार के दरभंगा जिले में किसानों को आम ,केला और नारियल की खेती कराने का लक्ष्य है। उधान विभाग द्वारा पहली बार नारियल विकास योजना के तहत जिले में नारियल की खेती को बढ़ावा देने की योजना तैयार की गई है। इसके साथ आम केले की खेती के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है । जिले की जो किसान इस योजना के तहत के आम और नारियल की खेती के लिए सब्सिडी का लाभ प्राप्त करना चाहते हैं वह उद्यान निदेशालय बिहार सरकार के आधिकारिक वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए किसान वेबसाइट की डैशबोर्ड पर उपलब्ध फल से संबंधित योजना के लिए आवेदन करेंलिंक पर क्लिक करके आवेदन कर सकते हैं। योजना से संबंधित जानकारी के लिए लाभार्थी सहायक जिला सहायक निदेशक ध्यान से संपर्क कर सकते हैं ।