जून का महीना आने वाला है। इस महीने पर मानसून में प्री मानसून व मानसून की गतिविधियां शुरू हो जाती है। मानसून की बारिश के साथ किसान धान बुवाई करना शुरू कर देते हैं। ऐसे में की धान की खेती करने वाले किसानों को उन्नत किस्म की आवश्यकता होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार की ओर से किसानों को धान की बुवाई के लिए उन्नत में प्रमाणिक बीज उपलब्ध कराई जा रहे हैं।
किसानों को धान की इन बीजो पर 50% सब्सिडी दी जा रही है
खास बात है कि राज्य सरकार की ओर से किसानों को धान की इन बीजो पर 50% सब्सिडी दी जा रही है। किसान भाई बीज अनुदान के तहत आदि कीमत पर धान की उन्नत बीजों को प्राप्त कर सकते हैं। धान की उन्नत बीजों पर किसान को बीज का मूल्य पर 50% सब्सिडी दी जाएगी। इस योजना के तहत किसान को धान के बीच 50% अधिकतम 2000 प्रति क्विंटल के हिसाब से अनुदान दिया जाएगा। वही जो किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में रजिस्टर्ड है। वे सरकारी बीज गोदाम पर जाकर बीज की मिनी किट महीने निशुल्क प्राप्त कर सकते हैं।
योजना का लाभ किसानों को’पहले और पहले पाओ’ के आधार पर दिया जाएगा
राज्य के किसानों को धान की पीआर121, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1637 और पंत 24 जैसी किस्मों पर सब्सिडी दी जाएगी। बीज अनुदान योजना के तहत किसानों को धान की उन्नत किस्म के बीजों को खरीदने के लिए बीज के कुल मूल्य का आधा पैसा ही जमा करना होगा। शेष राशि अनुदान होगी। इस तरह किसान आदि कीमत प्रदान की प्रामाणिक उन्नत के बीज प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का लाभ किसानों को’पहले और पहले पाओ’ के आधार पर दिया जाएगा। इस योजना के तहत किसानों धान के अलावा गेहूं, मटर, चना, सरसों और मसूर के बीज पर भी सब्सिडी दी जाती है।
यूपी के किसान है तो आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं
यदि आप यूपी के किसान है तो आप भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। क्योंकि इस समय यूपी सरकार की ओर से राज्य के किसानों को धान की उन्नत की समिति बीजों को उन्नत बीज पर सब्सिडी दी जा रही है योजना के तहत आवेदन करते समय किसानों को कुछ दस्तावेजों की जरूरत होगी। इसमें आधार कार्ड ,निवास प्रमाण पत्र ,आय प्रमाण पत्र ,बैंक अकाउंट प्रमाण पत्र, राशन कार्ड ,पासपोर्ट साइज फोटो ,आधार से लिंक मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी।
राज्य के जो किसान सब्सिडी पर धान के बीज प्राप्त करना चाहते हैं
राज्य के जो किसान सब्सिडी पर धान के बीज प्राप्त करना चाहते हैं। वे राजकीय कृषि बीज भंडार पर पहुंचकर सब्सिडी प्रदान के उन्नत किस्म के बीच प्राप्त कर सकते हैं। बीज अनुदान योजना यूपी के अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले की किसी विभाग से संपर्क कर सकते हैं।
गेहूं और गन्ने के बाद यूपी में बड़े पैमाने पर धान की खेती की जाती है
गेहूं और गन्ने के बाद यूपी में बड़े पैमाने पर धान की खेती की जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक ,प्रदेश में करीब 30 लाख हेक्टर क्षेत्र में धान की खेती होती है। यहां धान का करीब डेढ़ सौ लाख टन उत्पादन होता है। यूपी में औरैया जिले में धान की खेती सबसे अधिक होती है। वही सबसे कम धान का उत्पादन देवरिया में होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक ,औरैया जिले में पिछले 10 सालों से धान की भर्ती हेक्टर औसत पास 33.55 की क्विंटल दर्ज की गई जो राज्य में किसी भी अन्य जिले से अधिक है। वहीं दूसरे नंबर पर पीलीभीत जिला है। जहां धान की औसत उपज30.76 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है। चंदौली तीसरे नंबर पर धान उत्पादित करने वाला जिला है। वहीं देवरिया, उन्नाव और श्रीवास्ती प्रदेश में सबसे कम धान उत्पादित करने वाले जिले है।