कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें दूसरे से बात करने में झिझक सी लगती है। लेकिन यह आपकी पर्सनालिटी के लिए अच्छा नहीं है। पर्सनालिटी डेवलपमेंट भीइनर और आउटर दोनों बातों का ध्यान रखा जाता है। झिझक से हमारी इमेज खराब होने का डर रहता है। हिचकिचाहट से निजी लाइफ और करियर के लिए गंभीर समस्या खड़ी हो सकती है। इससे पता चलता है कि हमारे अंदर कॉन्फिडेंस की कमी है।
अगर आपका भी दूसरा से बात करने में इज्जत महसूस होती है तो कुछ टिप्स हम आपको बता रहे हैं।
दूसरों के सामने जाकर बात करने में झिझक महसूस हो रही है तो सेल्फ टॉकआदत डाले।
आईने के सामने खड़े होकर रोज खुद से बातें करे। यह आपके कॉन्फिडेंस को बढ़ाएगा और झिझक दूर करेगा और अपने अपने आप को बेहतर ढंग से कैसे प्रेजेंट करें ,इसकी प्रैक्टिस करें।
किसी के सामने जाए तो सहज रहे, डरे नहीं ,डरने से कॉन्फिडेंस लेवल कम होता है। किसी के सामने खड़े हो तो कंफर्टेबल रहने की कोशिश करें। आप डरा हुआ महसूस करेंगे तो कोई भी आपकी बात को सीरियस नहीं लेगा।
अपने पास ज्यादा से ज्यादा नॉलेज रखें। इससे आपका कॉन्फिडेंस लेवल बूस्ट होगा और आप बोलने में सहज महसूस करेंगे ।इससे बोलने का अंदाज भी सुधरेगा और हम आसानी से अपनी बात दूसरों को सामने कह सकेंगे।
जब भी आप किसी से बात करें तो उसका नाम याद रखें ,याद नहीं है तो पूछ ले साथ अपनी बात गंभीरता के साथ करें। सामने वाले की नजर से नजर मिलाकर रहे है जब आप बात कर रहे है तो ‘हम’ या ‘तुम’ कहने की जगह ‘मैं ‘शब्द बोले। किसी से मिले तो ‘हेलो’ कहने की आदत डालें। अपनी बात की शुरुआत यहीं से करें। सबसे पहले अपना परिचय दे /अगर काम के सिलसिले में मिल रहे हैं तो अपनी सबसे जरूरी बात को परिचय के बाद बता दे साथ अपने सामने वाले की बात ध्यान से सुन रहे है इस बात का अहसास उसे करवाए।