आज की खबर के मुताबिक ,भारत सरकार DA की दर को 5% तक बढ़ाने का प्रस्ताव कर रही है। अगर यह बढ़ोतरी लागु होती है तो और पेंशनरों के लिए एक महत्वपूर्ण फायदा हो सकता है। महंगाई के आंकड़ों को देखते हुए यह सेलेरी और पेंशन में अहम् इजाफा करेगी। विशेष्ज्ञो का मानना है की यह निर्णय दर और कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर लिया जाएगा।
DA का हिंसा कैसे किया जाता है ?
DA महंगाई के आधार पर तय किया जाता है और कर्मचारियों की मूल सैलरी का हिस्सा होता है। इसका लक्ष्य कर्मचारियों की सैलरी में वृद्धि करना होता है ताकि महंगाई से उनके जीवन स्तर पर कोई प्रभाव न पड़े। DA की दर महंगाई के पर निर्भर करती है ,जिसे सरकार हर साल आकलन करती है। जैसे -जैसे महंगाई बढ़ती हैDA भी बढ़ता है जिससे कर्मचारियों को राहत मिलती है।
5% DA बढ़ोतरी का प्रभाव
अगर सरकार DA में 5% की बढ़ोतरी करती है तो इसी कर्मचारियों को अच्छा वित्तय लाभ होगा। उदाहरण के तौर पर ,अगर किसी कर्मचारी की मूल सैलरी 50000 है तो उन्हें 2500 का फायदा होगा। यह बढ़ोतरी कर्मचारियों की सैलरी में स्वाभाविक रूप से इजाफा करेगी और उन्हें महंगाई से राहत मिलेगी।
पेंशनरों के लिए DA में बढ़ोतरी
सरकारी कर्मचारियों के अलावा, पेंशनरों को भी DA में बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा। पेंशनरों को भी मूल पेंशन पर DA मिलता है। जो महंगाई के हिसाब से तय होता है इस बढ़ोतरी से पेंशनरों को भी अपनी पेंशन में वृद्धि होगी, जिससे उनकी जीवनशैली को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
क्या होगा कर्मचारियों के लिए ?
अगर यह 5% लागू होती है तो कर्मचारियों की सैलरी में अच्छी बढ़ोतरी होगी। उदाहरण के तौर पर अगर किसी सरकारी कर्मचारी की सैलरी 50000 है तो 5% दिए बढ़ने से उन्हें 2500 का अतिरिक्त फायदा होगा। उनकी सैलरी में ₹52 ,500 हो जाएगी।
DA में 5% बढ़ोतरी पर रिटर्न:
सैलरी DA बढ़ोतरी (5%) सैलरी में अतिरिक्तलाभ कुल सैलरी
₹50,000 5% ₹2,500 ₹52,500
₹60,000 5% ₹3,000 ₹63,000
₹70,000 5% ₹3,500 ₹73,500