80’s के दशक में कई रोमांटिक एक्टर्स आए उनमें से एक ऋषि कपूर भी थे। ऋषि कपूर को रोमांटिक किरदारों के लिए जाना जाता है और उन्होंने कई सारी हिट फिल्में इसी कैरेक्टर में रहकर दीं। चलिए आपको ऋषि कपूर से जुड़ी कुछ सुनी तो कुछ अनसुनी बातें बताते हैं।
ऋषि कपूर का फैमिली बैकग्राउंड
ऋषि कपूर का जन्म 4 सितंबर 1952 को मुंबई में हुआ। इनके पिता का नाम राज कपूर और मां का नाम कृष्णा कपूर था। ऋषि कपूर पंजाबी हिंदू खत्री परिवार को बिलॉन्ग करते थे। इनकी शुरुआती पढ़ाई देहरादून के बोर्डिंग स्कूल से हुई। अजमेर के मायो कॉलेज से इन्होंने ग्रेजुएशन किया था।
ऋषि कपूर की शुरुआती फिल्में
राज कपूर की सुपरहिट फिल्म श्री 420 में पहली बार ऋषि कपूर नजर आए थे तब उनकी उम्र मात्र 3 साल थी। ‘प्यार हुआ इकरार हुआ’ गाने के एक सीन में ऋषि कपूर, शशि कपूर और रणधीर कपूर नजर आए थे। इसके बाद ऋषि कपूर साल 1970 में आई फिल्म मेरा नाम जोकर आई जिसमें वो 14 साल के थे।
इस फिल्म में ऋषि कपूर ने राज कपूर के बचपन का रोल किया था और इस किरदार के लिए उन्हें बेस्ट चाइल्ड एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था। टीनएज रोमांस पर आधारित फिल्म बॉबी से राज कपूर ने अपने छोटे बेटे को बतौर रोमांटिक हीरो लॉन्च किया। इसके लिए उन्हें बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला था।
ऋषि कपूर की रोमांटिक फिल्में
ऋषि ने ‘प्रेम ग्रंथ’, ‘चांदनी’, ‘दामिनी’, ‘दीवाना’, ‘बोल राधा बोल’, ‘कर्ज’, ‘हिना’, ‘कभी कभी’, ‘सरगम’, ‘ईना मीना डीका’, ‘नगीना’, ‘अमर अकबर एंथोनी’, ‘कूली’, ‘साजन की बाहों में’, ‘बड़े घर की बेटी’, ‘घराना’, ‘दूसरा आदमी’, ‘बदलते रिश्ते’ और ‘याराना’ जैसी रोमांटिक फिल्में कीं। इसके अलावा ऋषि ने ‘अग्निपथ’, ‘कपूर एंड सन्स’, ‘हम तुम’, ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’, ‘फना’, ‘मुल्क’, ‘डी-डे’, ‘वेडिंग पुलाव’ और ‘दो दूनी चार’ जैसी फिल्में भी की थीं।
ऋषि कपूर का निधन
2018 में ऋषि कपूर को ल्यूकीमिया यानी ब्लड कैंसर बीमारी हुई। न्यूयॉर्क में उन्होंने लगभग 1 साल इलाज कराया। 26 सितंबर 2019 को ऋषि भारत आए। कुछ समय ऋषि ठीक रहे लेकिन 29 अप्रैल को तबीयत खराब होने के कारण ऋषि को मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया। 30 अप्रैल 2020 की सुबह उनके निधन की खबर आई।