Almond Benefits: रोज 60 ग्राम बादाम खाने से ये जानलेवा बीमारियां होगी दूर, ऐसे करें सेवन 

Saroj Kanwar
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Benefits of Eating Almonds Daily : कहा जाता है बादाम खाने से अक्ल आती है. आयुर्वेद में बादाम को ब्रेन के लिए सुपरफूड माना जाता है. बादाम में कई पोषक तत्व पाये जाते है. पावरफुल ड्राई फ्रूट में से एक है बादाम.

ज्यादातर लोग रात को 4-5 बादाम पानी में भिगोकर रख देते है. उसके बाद सुबह छीलकर खाते है. एक नई स्टीड में खुलासा हुआ है कि अगर आप हर रोज 60 ग्राम बादाम यानी करीब 40-50 बादाम रोज खाते है तो इससे कई गंभीर बीमारियां दूर होती है.

रोज 60 ग्राम बादाम खाने से आपका DNA सुरक्षित रहेगा और शरीर का ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है. बादाम खाने से कैंसर, हार्ट डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज जैसी बीमारियां दूर होती है.

जब हमारे शरीर में खतरनाक फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ जाती है और उन्हें न्यूट्रिलाइज करने के लिए पर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट्स नहीं होते हैं, तब ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस की कंडीशन बन जाती है.

इससे शरीर की कोशिकाओं, प्रोटीन और डीएनए को नुकसान पहुंचता है. जिसके कारण शरीर में कैंसर, हार्ट डिजीज, टाइप 2 डायबिटीज, अल्जाइमर और पार्किंसन्स का खतरा बढ़ जाता है.

शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस  होने के कारण समय से पहले ही बुढ़ापा आ जाता है. नई स्टडी के अनुसार रोज 40-50 बादाम खाने से शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होगा और कई गंभीर बीमारियों से बचाव होगा.  

60 ग्राम बादाम खाने से लगभग 400 कैलोरी का सेवन करना पड़ता है. इसके नियमित सेवन से वजन बढ़ने, पेट में दर्द या किडनी की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. 

प्रमुख हाईवे जहां पास मान्य नहीं है

हालांकि एनुअल पास एक अच्छी पहल है, लेकिन इसकी कुछ सीमाएं हैं। कई प्रमुख नेशनल हाईवे पर यह पास काम नहीं करेगा। इनमें नेशनल हाईवे 44 (श्रीनगर से कन्याकुमारी), नेशनल हाईवे 19 (दिल्ली से कोलकाता), नेशनल हाईवे 16 (कोलकाता से पूर्वी तट), नेशनल हाईवे 48 (उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर), नेशनल हाईवे 27 (पोरबंदर से सिलचर) और नेशनल हाईवे 65 (पुणे से मछलीपट्टनम) शामिल हैं। इन हाईवे पर यात्रा करने वालों को अभी भी सामान्य तरीके से टोल का भुगतान करना होगा।

एक्सप्रेसवे पर पास की स्थिति

एनुअल पास केवल नेशनल हाईवे तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कई प्रमुख एक्सप्रेसवे पर भी यह मान्य नहीं है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, मुंबई-नासिक एक्सप्रेसवे, मुंबई-सूरत एक्सप्रेसवे, मुंबई-रत्नागिरी एक्सप्रेसवे, चेन्नई-सलेम एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर यह पास स्वीकार नहीं किया जाएगा। इन रूट्स पर यात्रा करने वाले चालकों को पारंपरिक टोल भुगतान ही करना होगा।

पास न चलने के कारण और नीतिगत पहलू

एनुअल फास्टैग पास कुछ हाईवे और एक्सप्रेसवे पर इसलिए मान्य नहीं है क्योंकि ये अलग-अलग एजेंसियों और प्राधिकरणों द्वारा संचालित होते हैं। कुछ हाईवे राज्य सरकारों के नियंत्रण में हैं और कुछ प्राइवेट डेवलपर्स या पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत चलते हैं। प्रत्येक प्राधिकरण की अलग नियमावली होने की वजह से पूरे देश में एक समान पास लागू करना मुश्किल है। केंद्र सरकार का नियंत्रण केवल उन हाईवे तक सीमित है जो राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अंतर्गत आते हैं, इसलिए एनुअल पास की सुविधा भी उन्हीं रूट्स पर उपलब्ध है।

यात्रा की योजना बनाते समय सावधानियां

वाहन चालकों को यात्रा की योजना बनाते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका रूट एनुअल पास के तहत आता है या नहीं। यात्रा से पहले संबंधित हाईवे या एक्सप्रेसवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से जानकारी लेना सबसे सुरक्षित रहेगा। अगर आपका रूट उन हाईवे में शामिल है जहां एनुअल पास मान्य नहीं है, तो अपने सामान्य फास्टैग में पर्याप्त बैलेंस रखना जरूरी होगा। इसके अलावा कैश भुगतान का विकल्प भी तैयार रखना चाहिए क्योंकि कभी-कभी तकनीकी समस्याओं के कारण डिजिटल भुगतान काम नहीं करता।

भविष्य में सिस्टम के विस्तार की संभावनाएं

वर्तमान में एनुअल फास्टैग पास केवल सीमित हाईवे पर उपलब्ध है, लेकिन भविष्य में इसे और अधिक रूट्स पर लागू करने की संभावनाएं हैं। सरकार विभिन्न राज्यों और प्राइवेट ऑपरेटर्स के साथ बातचीत कर रही है ताकि इस सिस्टम को व्यापक बनाया जा सके। इसका लक्ष्य यह है कि आने वाले वर्षों में अधिकतर हाईवे और एक्सप्रेसवे पर यह सुविधा उपलब्ध हो जाए।

वाहन चालकों के लिए व्यावहारिक सुझाव

एनुअल फास्टैग पास खरीदने से पहले अपनी यात्रा की आवृत्ति और पैटर्न का ध्यान रखें। अगर आप साल में 200 से कम ट्रिप्स करते हैं तो यह पास आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन यदि आपकी यात्राएं उन रूट्स पर होती हैं जहां पास मान्य नहीं है, तो सामान्य फास्टैग का उपयोग करना बेहतर रहेगा। यात्रा के दौरान मोबाइल में टोल प्लाजा की जानकारी और वैकल्पिक भुगतान के साधन हमेशा तैयार रखें।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। फास्टैग एनुअल पास के नियम और शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं। किसी भी हाईवे या एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने से पहले संबंधित प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से वर्तमान जानकारी लेना जरूरी है। सरकारी नीतियों में परिवर्तन होने पर सुविधाओं में बदलाव हो सकता है।

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