Akshaya Tritiya 2024: सोना से संपत्ति तक, इस आखा तीज पर खरीदने के लिए 5 शुभ चीजें

vanshika dadhich
3 Min Read

जैसे-जैसे अक्षय तृतीया का शुभ दिन नजदीक आता है, दुनिया भर के हिंदू इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने के लिए तैयार हो जाते हैं। भारतीय माह वैशाख के शुक्ल पक्ष के तीसरे चंद्र दिवस पर पड़ने वाली अक्षय तृतीया का हिंदू संस्कृति में बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शुरू किया गया कोई भी उद्यम समृद्धि और सफलता लाता है। अक्षय तृतीया पर मनाए जाने वाले विभिन्न रीति-रिवाजों में सोना और अन्य शुभ वस्तुएं खरीदना विशेष लाभकारी माना जाता है। यदि आप सोच रहे हैं कि सौभाग्य लाने के लिए इस आखा तीज पर क्या खरीदें, तो यहां पांच शुभ बातों पर विचार करना चाहिए:

सोना और आभूषण: अक्षय तृतीया सोना खरीदने का पर्याय है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह शाश्वत समृद्धि और सौभाग्य लाता है। इस दिन सोने के आभूषणों या सोने के सिक्कों में निवेश करना हिंदुओं में एक आम परंपरा है। कई ज्वैलर्स अक्षय तृतीया पर विशेष छूट और डिज़ाइन की पेशकश करते हैं, जिससे यह आपके संग्रह में जोड़ने या इस कीमती धातु में निवेश करने का आदर्श समय बन जाता है।

चांदी: अक्षय तृतीया पर सोने के अलावा चांदी को भी शुभ माना जाता है। माना जाता है कि चांदी की वस्तुएं जैसे बर्तन, सिक्के या देवी-देवताओं की मूर्तियां खरीदने से समृद्धि और प्रचुरता का आशीर्वाद मिलता है। चांदी हिंदू अनुष्ठानों में महत्व रखती है और अक्सर विभिन्न धार्मिक समारोहों में इसका उपयोग किया जाता है।

पूजा सामग्री: अक्षय तृतीया पर एक और लोकप्रिय परंपरा पूजा सामग्री जैसे देवताओं की मूर्तियां, पूजा थाली, अगरबत्ती और भगवद गीता या रामायण जैसी पवित्र पुस्तकें खरीदना है। ये वस्तुएँ न केवल आध्यात्मिक मूल्यों की याद दिलाती हैं बल्कि आशीर्वाद की प्रचुरता का भी प्रतीक हैं जिन्हें कोई भी इस शुभ दिन पर अपने जीवन में आकर्षित कर सकता है।

संपत्ति या भूमि: अक्षय तृतीया को संपत्ति या भूमि में निवेश करने का एक उपयुक्त समय माना जाता है। कई लोगों का मानना ​​है कि इस दिन अचल संपत्ति खरीदने से भविष्य में विकास और समृद्धि सुनिश्चित होती है। ऐसा माना जाता है कि अक्षय तृतीया पर खरीदी गई कोई भी संपत्ति समय के साथ बढ़ती है और मालिक के लिए स्थायी समृद्धि लाती है।

दान: भौतिक संपत्ति के अलावा, अक्षय तृतीया पर कम भाग्यशाली लोगों को दान देना भी अत्यधिक शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि धर्मार्थ संगठनों को भोजन, कपड़े या धन दान करना या जरूरतमंद लोगों की मदद करना अच्छे कर्मों का संचय करता है और प्रचुरता का आशीर्वाद लाता है। निस्वार्थता का यह कार्य न केवल प्राप्तकर्ता को लाभ पहुंचाता है बल्कि देने वाले में करुणा और सद्भावना की भावना भी पैदा करता है।

Also read: Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया पर गजकेसरी राजयोग, घर में निवास करेंगे लक्ष्मी जी

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *