किसी रिश्ते में आना आसान होता है लेकिन उसे निभाना उतना ही मुश्किल है । पहले लोग अपने रिश्ते को निभाने के लिए बहुत कुछ करते थे। लेकिन आज के समय ब्रेकअप होना आम हो गया। ब्रेकअप के बाद पार्टनर्स को ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। आजकल ज्यादा रिश्ते नहीं चलने के पीछे का कारण चीटिंग है। लोग अपने पार्टनर को चीट करने लगते हैं। आज के समय में इसे लेकर एक नया शब्द चल रहा है। इसे माइक्रो चीटिंग कहते हैं।
बहुत से लोगों को इस टाइम का मतलब ही नहीं पता होगा यह हम आपको बता ते है की माइक्रो चीटिंग का मतलब क्या है और कैसे पहचाने कि आपका पार्टनर माइक्रो चीटिंग कर रहा है।
क्या है माइक्रो चीटिंग
आज के समय में अगर रिश्ता किसी चीज से प्रभावित हो रहा है तो वह माइक्रो चीटिंग माइक्रो चीटिंग में जब कोई इंसान पार्टनर के होते हुए किसी और के क्लोज होने लगता है। आज के समय में लोग घर पर कम और बाहरी या ऑफिस में ज्यादा रहते हैं कई बार ऑफिस में किसी से इंसान से मिल जाते हैं जिससे आप कनेक्ट फील करने लगते हैं। और उसे अपने बारे में सब कुछ बताने लगते हैं। एक समय ऐसा आता है की ये कनेक्शन इतना बढ़ जाता है कि वह अपनी लाइफ की हर छोटी चीज उन्हें बताने लगते है इससे माइक्रो चीटिंग कहते हैं।
कैसे पहचाने माइक्रो चीटिंग
माइक्रो चीटिंग की वजह से आप दोनों के बीच लड़ाई बहुत होने लगती है। आपका पार्टनर आपके साथ ज्यादा समय नहीं बीतता है। धीरे-धीरे कनेक्शन में कम होने लगता है। इतना ही नहीं वह दूसरे इंसान के क्लोज जाता है कि और आपका ध्यान रखना भूल जाता है और आपके रिश्ते में दूरियां आने लगती है।
अगर आपका पार्टनर आपको टाइम देने की बजाय फोन में बिजी रहता है तो और किसी से बात करता है तो हो सकता है कि वह आपको चीट कर रहा है।
अगर आपके पार्टनर का फोन में डेटिंग एप्स है तो चीटिंग की चांसेस बढ़ जाते हैं। अगर आपका पार्टनर किसी भी इवेंट में आपको ले जाने की बजाय किसी और को ले जा रहा है तो हो सकता है कि वह चीट कर रहा है।