ऑनलाइन टैक्सी प्रोवाइड करवाने वाली कंपनी ola अब गूगल मैप की जगह नेविगेशन के लिए अपना खुद का मैप इस्तेमाल करेगी। इस नेविगेशन ऐप को कंपनी ने खुद कंपनी ने बनाया और वह इसे शुरू भी कर चुकी है। ओला मैप पूरी तरह से तैयार हो चुका है। वह नेविगेशन के लिए गूगल मैप का सहारा नहीं लेगी।
कंपनी के सीईओ भावेश अग्रवाल ने बताया की गूगल में इसका इस्तेमाल करने के लिए उन्हें सालाना 100 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ते थे। लेकिन इस महीने से हमने ओला मैप पर शिफ्ट कर लिया है और इस खर्च को 0 कर लिया। इसी के साथ उन्होंने लोगों को अपडेट करने की भी सलाह दी है।
AI आधारित है ओला मैप
ओला मैप्स की घोषणा ओला ग्रुप कंपनी ऑफ कंपनी के जरिए Microsoft Azure के साथ टाइअप खत्म होने के बाद किया गया। इसी के साथ कंपनी ने अपने पूरे सिस्टम को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ओला मैप्स पर शिफ्ट कर लिया है । 11 मई के दौरान भाविश अग्रवाल ने X पर लिखा था की एक सप्ताह के भीतर में पूर्ण वेकेशन की जरूरत को पूरा करने में फॉर्म की AI कृत्रिम पूरी तरह से सक्षम हो जाएगी। इसके साथ ही कृत्रिम AI समय कहा गया था कि यह क्लाउड सेवाओं के भीतर में पिक समस्या से बेहतर करेगी ।
ओला मैप्स लोकेशन आधार सर्विस के साथ ही लोकेशन इंटेलिजेंस की सुविधा प्रदान करेगा। यह कंपनी के प्रमुख राइड-हेलिंग ऐप की मैपिंग की आवश्यकताओं को पूरा करता है। कंपनी ने जनवरी में अपने सॉफ्टवेयर अपडेट के हिस्से में अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए ओला मैप्स को रोल आउट करने की घोषणा की थी।