बदलते समय की साथ फैशन फैशन का दौर बदलता रहता है। समय के साथ खुद को स्टाइलिश और फैशनेबल दिखने के लिए लोग अक्सर नई-नई चीजे ट्राई करते हैं । लेटेस्ट कपड़ों से लेकर फुटवियर तक मार्केट में कई चीजों का ट्रेंड देखने को मिलता। टैटू बनवाना इनमें से एक है। जिसका क्रेज आजकल तेजी से बढ़ता जा रहा है।
लड़का हो या लड़की इन दिनों हर कोई शरीर पर अलग-अलग हिस्सों में बनवाते हैं। यह देखने जितना कूल और स्टाइलिश लगता है उतना ही दर्दनाक है । इसे बनवाने की प्रक्रिया होती है। इसे बनवाने के लिए सुई का इस्तेमाल किया जाता जो काफी दर्दनाक होता है। हालांकि कुछ लोगों के लिए काफी मजेदार भी लगता । लेकिन क्या आप जानते हैं की कूल और स्टाइलिश दिखाने के लिए बनवाया गया टैटू आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
ब्लड कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की वजह बन सकता है
इतना ही नहीं है ब्लड कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की वजह बन सकता है। हाल ही में टैटू को लेकर एक सामने चौंकाने वाली स्टडी आई है।eClinical Medicine मेडिसिन में प्रकाशित स्टेडियम में सामने की टैटू बनवाने में लिम्फोमा यानी ब्लड कैंसर का खतरा 21% तक बढ़ता है । अध्ययन में शामिल 11905 लोगों ने अपने शरीर में टैटू बनवाया था। शोधकर्ताओं ने पाया जिन लोगों में बी – लिंफोमा सेल्स बढ़ती है यह तेजी से फैलने वाला कैंसर व्हाइट सेल्स का प्रभावित करता है।
ये ब्लड कैंसर के अलावा इससे अन्य संक्रामक बीमारियां और साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं । ऐसे में टैटू के अन्य साइड इफेक्ट्स के बारे में फरीदाबाद स्थित रेडिकल स्किन एंड केयर हेयर क्लिनिक में स्किन स्पेशलिस्ट एवं हेयर ट्रांसप्लांटर डॉ.राधिका रहेजा विस्तार से बता रही हैं।
त्वचा संबंधी विकार औरजटिलताएं
टैटू बनवाने से सोरायसिस ,एक्जिमा पहुंच संबंधी विकार और भी बदतर हो सकते हैं। कई बार टैटू बनवाने पर इसके आसपास छोटे-छोटे दोनों बन आते हैं जिसे ग्रेनूलोमास कहा जाता है। इसके अलावा टैटू के आसपास के स्कार टिशु की मात्रा कहीं ज्यादा बढ़ जाने से केलॉइड्स भी हो सकते हैं जिसका कोई इलाज नहीं है।
इन्फेक्शन का खतरा
टैटू बनवाने के लिए सुइयों
त्वचा में चुभोया जाता है जिससे जर्म्स और अन्य पैथोजन शरीर में प्रवेश कर सकते और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। टैटू बनवाने के लिए इस्तेमाल होने वाले इंस्ट्रूमेंट के स्टेरलाइजेशन में कमी के कारण बैक्टीरिया इन्फेक्शन हो सकता है जिसके लिए मेडिकल हेल्पलाइन की जरूरत होती है। इन संक्रमण इसके लक्षणों के मवाद या पस बेचैनी , सूजन और त्वचा का लाल होना शामिल है।
एचआईवी और हेपेटाइटिस बी का खतरा
अगर आप टैटू बनवाने के लिए इस्तेमाल होने वाली सामग्री या इंस्ट्रूमेंट दूसरी तरफ से दूषित हो तो एचआईवी और हेपेटाइटिस बी और सी जैसी खून से होने वाली बीमारियां हो सकती है। खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है किटैटू पार्लर कड़े और सही स्वच्छता नियमों का पालन करें।