पूरी दुनिया में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लेकिन भारत में जब मामले बढ़ते हैं तो उसका इलाज मुश्किल से हो पाता है। रिपोर्ट के मुताबिक 2040 तक पूरी दुनिया में हर साल 29 लाख नए मरीज प्रोस्टेट कैंसर के शिकार होंगे। इनमें अकेले भारत से 72 हजार मरीज होंगे।
देश में पहले से प्रोस्टेट कैंसर के अधिक मामले
भारत में प्रोस्टेट कैंसर के मामले 2040 तक दोगुना यानी 72 हजार तक पहुंच जाएंगे। हर साल यहां 33 हजार से 42 हजार लोग प्रोस्टेट कैंसर का इलाज कराने आते हैं। इनमें से 65 प्रतिशत मरीजों की मौत हो जाती है। हर साल करीब 18 से 20 हजार लोग प्रोस्टेट कैंसर के कारण मर जाते हैं।
क्या होता है प्रोस्टेट कैंसर
प्रोस्टेट कैंसर सिर्फ पुरुषों को होता है। पुरुषों के ब्लैडर के नीचे अखरोट के आकार की एक ग्रंथि होती है जिसे प्रोस्टेट कहा जाता है। यह पुरुषों में सेमिनल फ्लूड बनाता है जिससे स्पर्म को आगे बढ़ने के लिए एक सहज रास्ता बन जाता है और इस फ्लूड से स्पर्म को पोषण भी मिलता है। उम्र बढ़ने के बाद फ्लूड की कमी होने लगती है और इसी अंग में कैंसर कोशिकाएं बनने लगती है।
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण
प्रोस्टेट कैंसर होने पर पेशाब करने में दिक्कत होती है। पेशाब करने के दौरान जोर लगाने में परेशानी होती है। यूरिन से ब्लड और सीमेन भी आ सकता है। हड्डियों में दर्द और इरेक्टाइल डिसफंक्शन भी हो सकता है। तेजी से वजन गिर सकता है।
किन लोगों का है ज्यादा खतरा
50 साल से ज्यादा उम्र वालों को प्रोस्टेट कैंसर का खतरा ज्यादा है। ज्यादा वजन भी प्रोस्टेट कैंसर की वजह हो सकता है।