Vastu tips : घर की इस दिशा में होता है राहु-केतु का वास, यहां भूलकर भी न रखें ये चीजें, वरना हो जाएंगे गरीब!

vanshika dadhich
3 Min Read

वास्तु टिप्स, राहु-केतु स्थान: ज्योतिष शास्त्र में राहु-केतु को छाया ग्रह माना जाता है। यदि कुंडली में इनकी स्थिति खराब हो तो व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में एक दिशा ऐसी होती है जहां राहु-केतु का वास होता है। इस दिशा में कुछ चीजें रखने से बचना चाहिए।

मासिक शिवरात्रि 2024: कल है मासिक शिवरात्रि, भगवान शिव की भक्ति में डूब जाएं, जानें शुभ समय और पूजा विधि राहु-केतु की दिशा वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा राहु-केतु की दिशा मानी जाती है। यह दिशा नकारात्मक ऊर्जा का केंद्र मानी जाती है।

इन चीजों को रखने से बचें
घर की दक्षिणी और पश्चिम दिशा में धन अथवा तिजोरी नहीं रखना चाहिए. वास्तु शास्त्र के मुताबिक ऐसा करने पर धन संबंध कई समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. इसके साथ इस दिशा में कीमती सामान जैसे सोना-चांदी आभूषण नहीं रखना चाहिए। इससे व्यक्ति को भारी नुकसान होता है।

इन बातों पर रखना चाहिए विशेष ध्यान

धार्मिक मान्यता के मुताबिक घर का मंदिर बहुत पवित्र स्थान माना जाता है. ऐसी स्थिति में राहु-केतु की दिशा अर्थात दक्षिण और पश्चिम दिशा में पूजा घर नहीं बनना चाहिए। क्योंकि इस दिशा में पूजा करने से पूजा का फल पूर्ण नहीं माना जाता है।

भूल कर भी ना रखें यह पौधा

सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत अधिक महत्व माना जाता है। तुलसी का पौधा माता के रूप में पूजा जाता है। ऐसी स्थिति में तुलसी के पौधे को राहु और केतु की दिशा में रखने से बचना चाहिए।

ऐसा करने से होगा बड़ा नुकसान

यदि आपके घर के दक्षिण या पश्चिम दिशा में बच्चों की पढ़ाई का सामान बुक कॉपी है तो इससे बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। साथ ही कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।

ऐसा बिल्कुल ना करें

अगर आप अपना घर बनवा रहे हैं तो राहु और केतु की दिशा में शौचालय या बाथरूम नहीं बनवाना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

Also read: Masik Shivratri 2024: कब है मासिक शिवरात्रि का व्रत, जानें इसका धार्मिक महत्व

TAGGED: ,
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *