Pickle Superstition : इस वजह से मायके से नहीं लाना चाहिए आजार, शास्त्रों में माना गया है अशुभ 

Saroj Kanwar
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Pickle Superstition In India : हमारे देस में महिलाएं बहुत स्वादिष्ट आचार डालती है, जो हर खाने के साथ पंसद किया जाता है. लड़कियों को आचार बहुत पंसद होता है अगर वो मां के हाथ का आचार हो.

बहुत सी लड़कियां शादी होने के बाद अपनी मां के हाथ से बने आचार को सुसराल ले जाती है. लेकिन ज्योतिष और परंपराओं के हिसाब मायके से आचार ले जाना अशुभ होता है. ये बात पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही है.  

ये परंपरा शादी के बाद दांपत्य जीवन में प्यार और खुशियां से जुड़ी हुई है. बेटी को भूलकर भी मायके से आचार नहीं लेकर जाना चाहिए. पुरानी कहावत है कि रिश्तों को मीठा रखना चाहिए, खटास नहीं आने देनी चाहिए.

अचार की खटास इसी मान्यता से जोड़ी जाती है. कहा जाता है कि अचार की तासीर खट्टी होती है. अगर बेटियां मायके से खट्टी चीजें सुसराल लेकर जाती है तो रिश्तों में अनबन बनी रहती है.

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शादी के बाद अगर बेटी मायके से अचार लेकर आती है तो यह वैवाहिक जीवन में तनाव और छोटी-छोटी बातों पर विवाद होने लगता है. जिसे शास्त्रों में अपशुकन माना गया है.

कुछ लोगों का मानना है कि अगर लड़की मायके से आचार लेकर जाती है तो वह अपने नए घर से अच्छे से जुड़ी नहीं है और अपने मायके को ज्यादा महत्तव देती है. ऐसा करने से ससुराल वालों के बीच असमानता या पक्षपात की भावना पैदा होती है.

हिंदू धर्म में माना गया है कि शादी दो लोगों में नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है. परंपरा के अनुसार, नई दुल्हन का काम होता है अपने ससुराल में एकता बनाए रखना. अगर लड़कियां मायके से आचार लाती है तो इससे एकता टूट जाती है.

मान्यता है कि आचार बनाने के लिए तेल का इस्तेमाल किया जाता है और रास्ते में तेल ले जाना अशुभ होता है. हर घर का अचार बनाने का तरीका अलग होता है, और स्वाद के साथ-साथ उसमें इस्तेमाल सामग्री भी बदलती रहती है. 

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