अगर आपको लगभग 10 घंटो तक, 1 टन के इन्वर्टर AC को चलाना हो तो इसमें 10 यूनिट बिजली का खर्चा आ जाता है। साथ ही पावर कट और इन्वर्टर बैटरी की चार्जिंग की जरूरत भी होती है और इसका भी प्रतिदिन की बिजली की खपत लगभग 20 यूनिट तक रहने वाली है। 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम से हर दिन लगभग 25 यूनिट बिजली पैदा हो जाती है जोकि एक दिन के इस्तेमाल के लिए बहुत रहेगी। अधिकांश लोगों को इस तरह के सोलर सिस्टम में रुचि होती है जोकि बैटरी के बैकअप पर डिपेंड न होकर उनके लिए दिन की बिजली जरूरत की पूर्ति कर पाए क्युकी सोलर पैनलों दिन के समय बिजली के लोड को कुशलता से हैंडल करने की क्षमता होती है।
5kW ऑन-ग्रिड सोलर पैनल
मार्केट में इस समय जायदातर ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम मिल रहे है जिसमे बैटरी इंस्टाल करने की आवश्यकता नहीं होती है। ये ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम सक्रिय इलेक्ट्रिक ग्रिड होने में कार्य करने को निर्मित हुए है। अगर आपके घर में हर दिन लगभग 12 से 13 घंटो के लिए बिजली को इस्तेमाल करना हो तो ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम सही ऑप्शन हो सकता है। यह सिस्टम ग्रिड से मिलने के बाद कार्य करते है एवं दिन के समय पर पैदा हो रही अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में पहुंचा देते है।
5kW ग्रिड टाई सोलर इन्वर्टर
मार्केट की डिमांड को देखते हुए काफी नई कंपनी 5 किलोवाट ग्रिड टाई सोलर इन्वर्टर बना रही है। आपके पास चुनने के लिए काफी अच्छे विकल्प है क्युकी इसमें काफी एकसमान बाते रहती है। प्रत्येक सोलर इन्वर्टर से आप लगभग 5 किलोवाट लोड को जोड़ने एवं 4 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनलों को लगा पाएंगे।
सोलर इन्वर्टर लेने के दौरान मूल्य एवं अपने इलाके में सर्विस की उपलब्धता आदि मामले पर के बारे में जरूर सोचना होगा। बहुत सारी कंपनियों में मूल्य अलग-अलग होते है। उदाहरण से समझे, ल्यूमिनस से 5kW एकल फेज सोलर ऑन ग्रिड इन्वर्टर करीबन 45 हजार रुपए में आता है। वैसे अगर आपको दूसरी कंपनियों के नाम जानना हो तो एक जैसी क्वालिटी के ही 40 हजार अथवा 50 हजार रुपए के मूल्य वाले इन्वर्टर को खरीद सकते है।
कितनी कीमत होगी 5kW सोलर पैनल की
ग्राहकों को मार्केट में 3 टाइप के सोलर पैनल अवेलेबल है जिनमे वो अपने हिसाब से कोई भी चुन सकते है। काफी लोग स्थान की दिक्कत से भी जूझ रहे है तो वो नई तकनीक के सोलर पैनल को चुन पाएंगे जिसमे लिमिटेड जगह पर बड़े सोलर सिस्टम को लगाने की सुविधा दे सकेंगे। जिनका बजट लिमिटेड हो वो पॉलीक्रिस्टलाइन तकनीक के बारे में सोच सकते है। इन पैनलों का खर्चा प्रभावी है जिस वजह से उनको कम निवेश करने वाले ग्राहकों के मामले में सही रखता है। 5 किलोवाट सोलर सिस्टम के मामले में करीबन 15 पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों की जरूरत पड़ने वाली है जोकि 1.40 लाख रुपए के मूल्य पर आ सकेगा।
यदि आपके पास जगह सीमित हो तो आपको मोनो PERC हाफ कट तकनीक को अपनाना चाहिए जोकि नवीनतम तकनीक है। यह न्यून पैनलों में 5 किलोवाट सिस्टम को लगाने की सुविधा देता है। इस तकनीक में आप 5 kW के सिस्टम को सिर्फ 10 सोलर पैनल की लगा पाएंगे। मोनो PERC हाफ कट सोलर पैनलों की कार्यकुशलता भी ज्यादा रहती है किंतु इसके लिए ज्यादा कीमत देनी पड़ती है। इसके 5 kW पैनल किस्तम में करीबन 1.65 लाख रुपए देने होंगे।
सोलर सिस्टम का कुल खर्च
सोलर सिस्टम को लगाने में आपको काफी तरह के उपकरणों की जरुरत होगी जैसी सोलर पैनल का स्टैंड, पैनल को इन्वर्टर कनेक्ट करने का तार, पूरे सोलर सिस्टम की सुरक्षा अर्थिंग एवं टाइलिंग अरेस्टर आदि उपकरण। ये सभी अतिरिक्त उपकरण करीबन 30 हजार रुपए के मूल्य पर आ जायेंगे। एक सोलर इन्वर्टर का मूल्य लगभग 40 हजार, सोलर पैनल का मूल्य कम से कम 1.40 लाख रुपए और अतिरिक्त उपकरणों का मूल्य करीबन 30 हजार रुपए रहेगी। इस वजह से बगैर बैटरी के 5 किलोवाट सोलर सिस्टम को लगाने में कुल 2.10 लाख रुपए लग जाएगे ।
अगर आप घर में इस सोलर सिस्टम को इंस्टाल करना हो तो आपको सब्सिडी का फायदा भी मिल सकेगा। इस सब्सिडी को लेकर पूरी डीटेल्स आपको किसी सरकार के विक्रेता से चेक करनी होगी। वो आपको एक खास आकर के सोलर सिस्टम में मान्य सब्सिडी की राशि की डीटेल्स दे सकेंगे। यदि आप सरकार के विक्रेता से सोलर सिस्टम लगवाएंगे तो आपको 30 फीसदी की सब्सिडी का फायदा मिल सकेगा।