विद्या बालन रोमांटिक कामेडी फिल्म ‘दो और दो प्यार’ में नजर आएंगी। वे कहती हैं कि मैंने जब करियर की शुरुआत की तो एक ही तरह की फिल्में बन रही थीं। फिर धीरे-धीरे महिला केंद्रित कहानियों का सिलसिला आरंभ हुआ।
दो और दो प्यार क्या कहना चाहती है?
ये मजेदार रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। रोमांस है, मस्ती भी है इसमें। इस वजह से यह फिल्म मुझे बहुत अच्छी लगी। इस वक्त मैं बस हंसना-हंसाना चाहती हूं। दर्शकों के लिए भी यही सही है, क्योंकि मैं बतौर दर्शक भी बहुत थक गई थी। अब थोड़ा सा रोमांस और प्यार होना चाहिए।
प्यार को लेकर आपका गणित क्या रहा है?
मैंने तो सोचा था कि कभी शादी नहीं करूंगी, क्योंकि मैंने करियर इतना देरी से शुरू किया। मुझे लगता था इतना कुछ करना है, लेकिन सिद्धार्थ ने आकर वो इरादा बदल दिया।
कैसा था जीवन में पहला रोमांस?
मेरा तो अच्छा नहीं था। शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया। उस समय मैं 14 या 15 साल की थी। मुझे उस लड़के की आवाज बहुत अच्छी लगती थी। एक दिन मैंने उसे गुनगुनाते हुए सुना, फिर मैं वहां से भाग गई (ठहाका मारती हैं)।
यह फिल्म द लवर्स की रीमेक है?
वास्तव में यह रीमेक नहीं है। कहानी काफी अलग है उससे। यह रोमांटिक कामेडी है। मूल फिल्म थोड़ा गंभीर थी।