राहुल यादव कभी देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में जाना-पहचाना नाम थे। उन्हें ‘स्टार्टअप्स का बैड बॉय’ के नाम से भी जाना जाता है। 2012 में उन्होंने IIT से निकले अपने 11 दोस्तों के साथ एक स्टार्टअप कंपनी की नींव रखी थी। इस तरह वह इसके को-फाउंडर थे।
इस कंपनी का नाम था हाउसिंग डॉट कॉम। इस कंपनी का वैल्यूएशन 1500 करोड़ तक पहुंच गया। लेकिन, जिस कंपनी को खड़ा करके उन्होंने बुलंदियों तक पहुंचाया एक दिन उसी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। आइए, जानते हैं राहुल यादव की जिंदगी में ये ट्विस्ट और टर्न कैसे आए।
IIT से पासआउट हैं
राहुल यादव राजस्थान के अलवर के रहने वाले हैं। राजस्थान में वह फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स स्ट्रीम में टॉपर रहे थे। इसके बाद उन्होंने आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए स्कॉलरशिप भी हासिल की। बाद में उनका सेलेक्शन भी आईआईटी- मुंबई के लिए हो गया।
ऐसे आया स्टार्टअप का आइडिया
आईआईटी में पढ़ाई के बाद राहुल और उनके दोस्त आदित्य शर्मा ने देखा कि दोस्तों को मुंबई में घर खोजने में काफी तकलीफ हो रही है। इसने उन्हें घर खोजने के लिए ऑनलाइन स्टॉर्टअप का आइडिया दिया। इसका नाम उन्होंने हाउसिंग डॉट कॉम दिया। 2012 में आईआईटी से निकलने के साथ ही उन्होंने इस स्टार्टअप कंपनी की नींव रखी थी।
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बुरा व्यवहार बना बर्खास्तगी का कारण
2015 में ऐसी रिपोर्ट आई थी कि उन्होंने अन्य सह-संस्थापकों, मीडिया और निवेशकों के साथ दुर्व्यवहार किया था। चेतावनियां मिलने के बावजूद उनके आचरण में सुधार नहीं हुआ। इसके कारण आखिरकार कंपनी के बोर्ड ने उन्हें बर्खास्त कर दिया था।