Ratlam Railway Mandal: रतलाम-नीमच रेलखंड के दोहरीकरण कार्य ने बुधवार को बड़ी उपलब्धि हासिल की। रेलवे सुरक्षा आयुक्त ई. श्रीनिवास ने टीम के साथ दलौदा से ढोढर के बीच 20 किमी लंबे खंड का निरीक्षण किया। इस दौरान ट्रायल ट्रेन को 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया। ढोढर से शाम 6.28 बजे स्पेशल निरीक्षण कोच के साथ इंजन स्टार्ट हुआ, जो 12 मिनट में दलौदा पहुंचा। हालांकि कचनारा फाटक पर अंडरब्रिज के निर्माण के चलते इंजन की स्पीड धीमी रही। अधिकारियों के मुताबिक ट्रायल पूरी तरह सफल रहा।सुबह 7 बजे डीआरएम और सीआरएस 9 कोच की विशेष ट्रेन से दलौदा स्टेशन पहुंचे। इस दौरान 50 से ज्यादा 4 पहिया वाहनों के साथ 300 सदस्यीय टीम भी मौजूद रही।
यहां स्टेशन के नए भवन की सुविधाओं का निरीक्षण किया गया। विशेष ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर खड़ी रही। सुबह 9 बजे टीम ट्रैक वाहन से ढोढर की ओर रवाना हुई। रास्ते में रेल लाइन और तकनीकी बिंदुओं की जांच की गई। कचनारा और ढोढर स्टेशन से गुजरने के दौरान पटरियों, पुलों, सिग्नलिंग सिस्टम, इंटरलॉकिंग, स्टेशन यार्ड और ओवरहेड वायरिंग की भी जांच की गई। अधिकारियों के अनुसार किसी भी तरह की बड़ी तकनीकी खामी सामने नहीं आई। इसके बाद शाम 6.28 बजे ढोढर से सिंगल कोच वाली स्पेशल ट्रेन से स्पीड ट्रायल किया गया। 6.40 बजे ट्रेन दलौदा के प्लेटफार्म नंबर 1 पर पहुंच गई। इसके बाद सीआरएस और डीआरएम फुटओवर ब्रिज का निरीक्षण करते हुए प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर खड़ी विशेष ट्रेन में लौटे। यहां से एक घंटे बाद रवाना हो गए। निरीक्षण के दौरान दोनों प्लेटफॉर्म पर अधिकारियों की गाड़ियां खड़ी रहीं। इसी बीच चित्तौड़-रतलाम डेमू दलौदा पहुंची। प्लेटफॉर्म व्यस्त होने के कारण डेमू को बीच वाली पटरी पर लिया। इससे यात्रियों को चढ़ने उतरने में परेशानी हुई।
फिटनेस रिपोर्ट बेजने की प्रक्रिया हुई शुरू
सीआरएस निरीक्षण के बाद अब फिटनेस रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। डीआरएम अश्विनी कुमार के बताया कि दलौदा-मल्हारगढ़ और धौंसवास-रतलाम खंड में काम तेजी से चल रहा है। रेलवे का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक 133 किमी लंबा दोहरीकरण कार्य पूरा हो जाए। इससे ट्रेनों की लेटलतीफी कम हो जाएगी।
दोहरीकरण पर एक नजर
धौंसवास से ढोढर तक 49 किमी लंबे सेक्शन में नया ट्रैक डल गया है। इससे ट्रेनों की आवाजाही हो रही है। नीमच से मल्हारगढ़ तक 25 किमी लंबे सेक्शन में भी दूसरी लाइन बिछ गई है, उसे भी ट्रेनों के लिए खोल दिया है। अब दलौदा से मल्हारगढ़ तक 38 किमी लंबे सेक्शन पर काम चलेगा, इसे दिसंबर तक पूरा करने का टारगेट है।
ये ट्रेनें रद्द रही प्रभावित
निरीक्षण के कारण कुछ ट्रेनें रद्द और देरी से चलीं। रतलाम-यमुनाब्रिज ट्रेन 2 घंटे, रतलाम-चित्तौड़गढ़ डेमू डेढ़ घंटे, भीलवाड़ा-रतलाम डेमू सवा 2 घंटे और चित्तौड़गढ़- रतलाम डेमू सवा 2 घंटे देरी से चली। हल्दीघाटी एक्सप्रेस और उदयपुर सिटी एक्सप्रेस को नीमच-रतलाम के बीच रद्द किया गया था।