Driving Licence Apply Online: ड्राइविंग लाइसेंस हर वाहन चालक के लिए कानूनी रूप से अनिवार्य दस्तावेज़ है। अगर आपने अभी तक अपना लाइसेंस नहीं बनवाया है, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए आरटीओ ऑफिस के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। परिवहन मंत्रालय ने पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया है, जिससे कोई भी व्यक्ति घर बैठे अपने मोबाइल या लैपटॉप से ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकता है।
आवेदन के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने से पहले आपके पास कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ होने चाहिए। पहचान प्रमाण के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड या पासपोर्ट मान्य होता है। पता प्रमाण के रूप में वोटर आईडी, बिजली का बिल या राशन कार्ड का इस्तेमाल किया जा सकता है। वहीं जन्म तिथि प्रमाण के लिए 10वीं की मार्कशीट या जन्म प्रमाण पत्र आवश्यक है। इन दस्तावेज़ों को आवेदन करते समय ऑनलाइन अपलोड करना होता है।दो चरणों में पूरी होगी प्रक्रियाड्राइविंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया दो चरणों में पूरी होती है। पहले चरण में लर्नर लाइसेंस बनता है जिसे आप पूरी तरह से ऑनलाइन बनवा सकते हैं। इसके लिए आपको घर बैठे एक ऑनलाइन टेस्ट देना होगा जिसमें गाड़ी चलाने से संबंधित 10 सवाल पूछे जाते हैं। इनमें से कम से कम 6 सवालों के सही जवाब देना अनिवार्य है। टेस्ट पास करने के बाद आपका लर्नर लाइसेंस जारी हो जाएगा।इसके बाद निर्धारित समय पूरा होने पर दूसरा चरण शुरू होता है जिसमें परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करना होता है। इसके लिए आपको आरटीओ ऑफिस जाकर ड्राइविंग टेस्ट देना होगा। सफल होने पर आपका परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बना दिया जाएगा।घर बैठे ऐसे करें आवेदनड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के लिए सबसे पहले परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट sarathi.parivahan.gov.in पर जाएं। यहां अपने राज्य का चयन करें और “Learner Driving Licence Apply” विकल्प पर क्लिक करें। इसके बाद घर बैठे टेस्ट देने का विकल्प चुनें और निर्धारित सवालों के सही जवाब दें। ओटीपी वेरिफिकेशन और नियम शर्तों को स्वीकार करने के बाद फीस का भुगतान करें और फाइनल सबमिट कर दें।डिजिटल इंडिया की ओर बड़ा कदमसरकार की यह सुविधा आम नागरिकों के लिए बड़ी राहत है क्योंकि अब बिना किसी एजेंट को पैसे दिए और बिना सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाए आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया जा सकता है। यह कदम न केवल समय की बचत करेगा बल्कि पारदर्शिता भी सुनिश्चित करेगा।