इन मंदिरो में पुरुषो के जाने की है मनाही ,यहां जाने क्या है इसका कारन

Saroj Kanwar
3 Min Read

भारत देश में धार्मिक स्थलों और आस्था के लिए जाना जाता है। इसी आस्था को देखते हुए विदेशी सैलानी मंदिरों के दर्शन करने पहुंचते हैं । लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में कहीं ऐसे भी मंदिर है जहां पर पुरुषों की एंट्री बैन है और सिर्फ महिला ही पूजा कर सकती है। जी हां हम आपको देश के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमे पुरुष प्रवेश नहीं कर सकते।

यहां जानते मंदिरों के बारे में

त्र्यम्बेक्श्वर मंदिर

इस मंदिर के गर्भगृह पहले महिलाओं को जाने की इजाजत नहीं थी क्योंकि इस मंदिर में गर्भगृह भगवान शिव को समर्पित है लेकिन साल 2016 में मुंबई हाई कोर्ट ने एक आर्डर पास किया कि अगर महिलाएं को गर्भ में जाने की अनुमति नहीं है तो पुरुषों को भी जाने से रोक देना चाहिए।

मां भगवती मंदिर

मां भगवती मंदिर कन्याकुमारी में मौजूद है। मंदिर मां भगवती दुर्गा की कन्या रूप को समर्पित है। मां भगवती को संन्यास की देवी कहते हैं। इसी वजह से मां भगवती के मंदिर में सन्यासी पुरुष को केवल दरवाजे तक आने की अनुमति है जबकि शादीशुदा पुरुषो का प्रवेश करना सख्त बना है। पुराणों के अनुसार कहा जाता है की देवी सती की रीढ़ की हड्डी यही गिरी थी।

आट्टुकाल भगवती मंदिर

मंदिर केरल में मौजूद दुकान भगवती मंदिर महिलाओं को समर्पित है। इस मंदिर में पुरुषों की प्रवेश वर्जित है। यहां पोंगल त्योहार बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। पोंगल उत्सव के दौरान 30 लाख महिलाओं ने भाग लेकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में इस मंदिर का नाम दर्ज करा चुकी है।

ब्रह्मा मंदिर

पुराणों के अनुसार ,एक बार भगवान ब्रह्मा को पुष्कर नदी के तट पर अपनी पत्नी मां सरस्वती है साथ हवन करना था लेकिन किसी कारणवश मां सरस्वती को पहुंचने में देर हो गयी इस कारण ब्रह्मा जी ने मां गायत्री के साथ शादी करके यज्ञ पूरा किया। इस बात से गुस्सा होकर मां सरस्वती ने भगवान ब्रह्मा को श्राप दे दिए कि इस मंदिर में कोई भी शादीशुदा मंदिर पुरुष का मंदिर के अंदर नहीं आ सकता। इस मंदिर का निर्माण 14वीं ईस्वी में बना था यह मंदिर राजस्थान के पुष्कर में स्थित है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *