JBS Disease: मंदसौर में फेली जेबीएस बीमारी से मचा हड़कंप, सेंट्रल टीम अभी मंदसौर में ही रहेगी, आसपास के 6 गांवों में होगा सर्वे

Saroj Kanwar
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Mandsaur News: जीबीएस बीमारी के मद्देनजर सेंट्रल टीम फिलहाल कुछ दिन और जिले में ही रहेगी। हालांकि इसके कुछ सदस्य सैंपल कलेक्शन की प्रक्रिया के बाद रवाना होंगे लेकिन प्रमुख सदस्य संबंधित क्षेत्रों की मॉनिटरिंग करके और जानकारी जुटाएंगे। दो दिन में स्थिति देखने के बाद बुधवार को टीम ने कलेक्टर से भी चर्चा की और ग्राउंड से अवगत कराया। स्वास्थ्य विभाग को कहा गया कि आसपास के 6 गांवों में भी सर्वे कराकर लोगों की स्क्रीनिंग की जाए।

स्वास्थ्य और पीएचई विभाग मिलकर आसपास के 6 गांवों में घर-घर जाकर करेंगे सर्वे

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार और राज्य सरकार के स्वास्थ्य दलों के साथ हुई बैठक में तय किया गया कि स्वास्थ्य और पीएचई विभाग मिलकर आसपास के 6 गांवों में घर-घर जाकर सर्वे करेंगे। पानी, भोजन और अन्य स्रोतों की जांच करेंगे। आशा-एएनएम को प्रशिक्षित कर लगाया जाए। प्रभावित परिवारों में अन्य बीमारियों की भी जांच करें। खाने-पीने की वस्तुओं का टेस्ट माइक्रोबायोलॉजिकल करवाएं। दल ने मुल्तानपुरा, भूनिया खेड़ी और संजीत नाके क्षेत्र में पानी और खाद्य पदार्थों की जांच की है। वहां पर सप्लाई फिलहाल रोक दी गई है। 

जेबीएस बीमारी से ग्रस्त पूरे क्षेत्र को किया जाएगा सैनिटाइज

मंदसौर जिले में जेबीएस बीमारी से ग्रस्त पूरे क्षेत्र को सैनिटाइज किया जाएगा। पानी उबालकर पीने, टैंकरों की सफाई और क्लोरीन टैबलेट डालने की अपील की गई है। पोल्ट्री फार्म के आसपास सफाई रखने के निर्देश भी दिए गए। टीम ने संदिग्ध मरीजों के घर जाकर सर्वे और ब्लड सैंपल लिए, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है। डॉ. नवीन छरंग, अतिरिक्त निदेशक, एनसीडीसी अलवर शाखा समेत अन्य वैज्ञानिक व विशेषज्ञों ने भी इस विषय पर राय रखीं। मेडिकल कॉलेज डीन डॉ शशि गांधी ने बताया कि सेंट्रल टीम अभी कुछ दिन और मंदसौर में रहेगी और मरीज संबंधित क्षेत्रों में और जानकारी जुटाई जाएगी।

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