अगर आप फल सब्जियों की खेती से हटकर कोई नई और अनोखी फसल उगाना चाहते हैं तो आज हम आपको एक ऐसी घास के बारे में बताएंगे जिसकी खेती से आप कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। यह घास न केवल पशुपालन उद्योग में इस्तेमाल होती है बल्कि कई औषधि गुणों के कारण आयुर्वेदिक और एलोपैथिक दवाइयां में भी प्रयोग की जाती है। इसकी खेती करना आसान है और एक बार लगाने के बाद साल भर अपने आप बढ़तीरहती है।
इस घास के फायदे के बारे में बताते हैं।
इस घास को एक बार लगाने के बाद यह बिना देखभाल की तेजी से बढ़ती है। यह घास ,गाय ,भैंस ,बकरी ,घोड़े जैसे पशुओं के लिए बेहतरीन चारा साबित होती है। इसमें कई तरह की औषधि तत्व पाए जाते हैं जिनका उपयोग दवाई बनाने में किया जाता है। यह घास मिट्टी में नमी बनाये रखती है और इसकी उर्वरकता को बढ़ाती है। इसकी खेती में ज्यादा खर्च नहीं आता ,लेकिन बाजार में इसकी अच्छी मांग है जिससे किसान बहुत बढ़िया मुनाफा कमा सकते हैं।
खरपतवार घास की खेती कैसे करें
खरपतवार घास किसी भी प्रकार की मिट्टी में उग सकती है, लेकिन इअच्छी जल निकासी वाली मिट्टी सबसे ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है। इसकी खेती के लिए सबसे अच्छा समय गर्मियों या बारिश का मौसम होता है।खेत को हल्की जुताई कर तैयार करें । घास के बीज या जड़ को मिट्टी में दबाकर हल्का पानी दे। घास बहुत तेजी से फैलती और कम समय में पूरे खेत में हो जाती है।
खरपतवार घास की देखभाल और सिंचाई
शुरुआती दिनों में हल्की सिंचाई करना बहुत जरूरी होती है खरपतवार घास को ज्यादा खाद या कीटनाशकों की जरूरत नहीं होती है। अगर पानी की उपलब्धता कम है, तब भी यह घास आसानी से बढ़ती रहती है।
खरपतवार घास की मार्केट में डिमांड’
यह घास पशुओं के चारे के रूप में काफी डिमांड में है, जिससे किसान इसे बेचकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। दवा कंपनियां इस घास को औषधीय गुणों के कारण खरीदती हैं, जिससे इसका बाजार मूल्य और बढ़ जाता है। कई डेयरी फार्म और किसान बड़ी मात्रा में इस घास की खरीदारी करते हैं।
खरपतवार घास से KAMAI
अगर आप 1 एकड़ में खरपतवार घास की खेती करते हैं, तो 5-6 महीनों में आप 80,000 से 1,20,000 रुपये तक कमा सकते हैं। लागत बहुत कम होने के कारण मुनाफा अधिक होता है।