इस लेख में एक सफल पशुपालक की कहानी जानेंगे जो की दूध का कारोबार करके अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं
पशुपालन कमाई का एक अच्छा जरिया है अगर आप दूध का कारोबार कना चाहते है तो इसे मुनाफा है दूध और इससे बने प्रोडक्ट की डिमांड हमेशा बनी रहती है जो लोग अच्छी गुणवत्ता वाला दूध बेचते है उन्हें अच्छी खासी कमाई भी हो जाती है भी हो जाती है जिसमें आज हम एक सफल पशुपालक की बात कर रहे हैं जो कि पहले तो कोई अन्य कार्य करते थे। जो कि पहले तो कोई अन्य कार्य करते थे लेकिन उसमें सफलता न मिलने के बाद उन्होंने 20 साल पहले दूध का व्यवसाय शुरू किया और आज जिसमें अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है। पशुपालक का नाम लालदेव सिंह और औरंगाबाद के रहने वाले है यहां पर ही वह अपना काम करते हैं।
पशु मेले में बढ़िया कीमत में पशु मिल जाते हैं
इस काम में उन्हें अच्छा तजुर्बा है क्योंकि उन्होंने बताया कि 20 साल पहले तीन गायो से से कारोबार शुरू किया था। यह गाय उन्होंने एक मेले से खरीदी थी तो चलिए आपको बताते है की उनके पास कितने गायहै और पशुपालन लेकिन बातों का ध्यान रखना चाहिए पशुपालन करना चाहते हैं तो इसके लिए कम पशुओ से शुरुआत करें। जब आपको यकीन हो जायेगा की आप यह काम कर सकते हैं इससे आपको मुनाफा हो रहा है। फिर पशुओ की संख्या बढ़ानी चाहिए जैसे कि लालदेव सिंह जी ने शुरुआत की तीन गायों से की थी यह गाय उन्होंने पशु मेल से ली थी। आपको बता दे की पशु मेले में बढ़िया कीमत में पशु मिल जाते हैं।
उन्होंने 90 हजार में तीन गाये खरीदी
पशु मेला कई जिलों में लगता है जहां से उन्होंने 90 हजार में तीन गाये खरीदी। तब गायों की कीमत भी कम हुआ करती थी जिससे उन्हें अच्छा दूध मिलता है तो उसकी कीमत बढ़िया मिली। दूध की डिमांड भी ज्यादा थी जिसके बाद उन्होंने गायों की संख्या बढ़ा दी और धीरे-धीरे गायों की संख्या बढ़ाते गए। आज उनके पास से करीब 25 गाय है । इसके अलावा वह भैंसों का पालन भी करते थे। अब वह 100 लीटर तक दूध का उत्पादन करके उसकी बिक्री कर देते हैं। उनका अच्छा खासा कारोबार चल रहा है। उनके पास 15 कर्मचारी हैं जो की जो की दूध कैसे कारोबार में उनका हाथ बंटाते हैं। चलिए आपको बताते है की उसमें दूध की बिक्री कैसे करते हैं और पशुपालको को क्या सलाह देते हैं।
इसके लिए पशुपालकों को पशुओं के सेहत और चारे की जानकारी होनी चलिए
पशुपालन में कमाई तो है लेकिन इसके लिए पशुपालकों को पशुओं के सेहत और चारे की जानकारी होनी चलिए। उन्होंने बताया कि पशुपालकों के पास पशुओ की तीन दवाई जैसे सीजीटी, पैरामेडी, और बेबीकोट आदि जरूर होनी चाहिए। जिससे समय पर उनका इलाज कर सके। क्योंकि भविष्य में उनकी तबीयत अचानक बिगड़ी तो इससे आर्थिक नुकसान हो सकता है। वह बताते हैं उनके पास जो कर्मचारी उनमें से पांच कर्मचारी घर-घर जाकर दूध की बिक्री करते हैं। इसके अलावा दूध की बिक्री में कुछ दुकान में भी करते हैं जी हां आपको बता दे बड़ी-बड़ी दुकानों में उनकी खरीदी करें करते हैं। होटल में दूध की बिक्री कर सकते हैसरकारी संस्थान भी है जो की दूध की खरीदी करते हैं। लेकिन इसके लिए दूध की गुणवत्ता बढ़िया होनी चाहिए।