जिस तरह आप बिना तार खंभो के इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं, इसी तरह अब बिना तार खंभो की बिजली भी आएगी। अब सड़कों से तार और खंभो के जाल नहीं नजर जाएंगे। हम बात कर रहे वायरलेस बिजली की। चलिए जानते हैं कि इस बिजली का विकास कैसे हुआ और भारत के किस शहर में इस पर काम चालू है।
वायरलेस बिजली
वायरलेस बिजली की परिकल्पना आज से डेढ़ सौ साल पहले निकोला टेस्ला ने करी थी। टेस्ला के द्वारा बिना तार के बिजली सप्लाई करने के बारे में सोचा था। अब हमारे देश भारत में भी बिना तार खंभो के बिजली आएगी। आइये जानते हैं सबसे पहले भारत के किस शहर में वायरलेस बिजली पर काम चल रहा है।
भारत के इस शहर में काम चालु
भारत के हरियाणा के हिसार में वायरलेस बिजली पर काम चल रहा है। यह पायलट प्रोजेक्ट है। जिसमें एक बड़े स्तर पर टेक्नोलॉजी और नए प्रौद्योगिकी के जरिए वायरलेस बिजली प्राप्त होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कहना है कि वायरलेस बिजली आपूर्ति का पहला शहर हिसार का पायलट प्रोजेक्ट बन रहा है। इस तरह अब हमारे देश को भी तार और बिजली के खंभो के जाल से मुक्ति मिल जाएगी जिससे देश में होने वाले तार बिजली की वजह से घटनाएं नहीं होगी।