Bina News: सागर में मुख्यमंत्री कृषक ब्याज माफी योजना में गंभीर अनियमितताएं सामने आई हैं। जांच में पता चला कि कई समितियों और सहकारी बैंक के अधिकारियों ने फर्जी क्लेम पत्रक दिखाकर करोड़ों रुपए का गबन किया। प्रशासन ने अब दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला लिया है।
जांच रिपोर्ट के अनुसार छतरपुर जिले की 113 समितियों में 41,766 किसानों के नाम पर 118 करोड़ 14 लाख रुपए का वितरण होना था। लेकिन अधिकांश राशि समिति प्रबंधकों द्वारा गलत तरीके से हड़प ली गई। इस गड़बड़ी में जुड़े अधिकारियों ने भी कार्रवाई नहीं की, जिससे भ्रष्टाचार को संरक्षण मिला।
अधिकारियों ने कहा कि दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और गड़बड़ी में शामिल कर्मचारियों तथा अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने तत्कालीन प्रभारी समिति प्रबंधक पर 74 लाख 86 हजार रुपए के गबन के मामले में एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। साथ ही उन अधिकारियों की भी जांच होगी जिन्होंने गड़बड़ी रोकने के बावजूद संरक्षण दिया।
छतरपुर के नए प्रभारी उपायुक्त ने कहा कि उन्हें अभी चार्ज मिला है और उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही ज्वाइन कर जांच शुरू करने का निर्णय लिया है। सागर कमिश्नर ने भी स्पष्ट किया कि योजना में मिली गड़बड़ी के सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
अधिकारियों का मानना है कि इस कार्रवाई से भविष्य में योजना में पारदर्शिता बढ़ेगी और किसी भी तरह की वित्तीय अनियमितता रोकने में मदद मिलेगी। किसानों को योजना के लाभ सही तरीके से मिलने के लिए प्रशासन हर संभव कदम उठाएगा।