आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और चंद्रबाबू नायडू ने मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए ग्रेच्युटी, मातृत्व अवकाश और सेवानिवृत्ति की आयु में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियो को निर्देश दिया है वे कार्यकर्ताओं की ग्रेच्युटी का भुगतान सुनिश्चित करें जो लोगों को और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करती है।
शनिवार को जारी एकआधिकारिक कृषि विज्ञप्ति में कहा गया ,यह 30 साल की सेवा पूरी करने वाले प्रत्येक आशा कार्यकर्ता को डेढ़ लाख रुपए का पर्याप्त सेवानिवृति लाभ प्रदान करने के बराबर है। उन्होंने कहा के मुख्यमंत्री के इस फैसले से42,752 कार्यकर्ताओ का लाभ होगा। उन्होंने पात्र स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ को उनकी पहली दो डिलीवरी के लिए 180 दिनों की वेतन के साथ मातृत्व अवकाश के विस्तार को भी मंजूरी दी। इसके अलावानायडू ने आशा कार्यकर्ताओं की सेवा निवृति की आयु भी 60 से बढ़ाकर र 62 वर्ष कर दी। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया।
केंद्रीय मंत्री ने भी आश्वासन दिया
केंद्रीय मंत्री ने आशा कार्यकर्ताओ के मुद्दों को केंद्र के समक्ष उठाने काआश्वाशन दिया। केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने शनिवार को कहा कि ,वह केरल में मानदेय और सेवानिवृति लाभों में बढ़ोतरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही आशा कार्यकर्ताओं की मांगों को केंद्र सरकार के समक्ष उठाएंगे।
सचिवालय के सामने धरना स्थल पर
सचिवालय के सामने धरना स्थल पर पहुंचने की बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए पेट्रोलियम ,प्राकृतिक गैस और पर्यटन राज्य मंत्री गोपी ने कहा कि , उनके आंदोलन को काम करके नहीं आंका जाना चाहिए । उन्होंने कहा ,किसी भी राजनीतिक विचारधारा की सहकारी तंत्र को अंत तक खारिज करके उसे छोटा नहीं किया जाना चाहिए। कई राजनीतिक प्रणालियाँ लोगों को नुकसानपहुंचाया है और यह सबके सामने लाया जाएगा उन्होंने यह भी कहा कि अगर आशाकार्यकर्ता असुरक्षित महसूस करती हैं, तो वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के समक्ष इस मामले को उठाएंगी।