आज हम आपको ऐसे किसान की प्रेरणा दायक कहानी सुनाने जा रहे है जिसने अपनी मेहनत औरसमझदारी से मछली पालन के माध्यम से सालाना 9 से 10 लाख की तक की कमाई की है यह कहानी न केवल प्रेरणा दायक है बल्कि उन सभी किसानों के लिए मार्गदर्शक भी है जो अपनी आय बढ़ाने के लिए नए रास्ते तलाश रहे हैं।
शुरुआत: पारंपरिक खेती से मछली पालन की ओर
यह कहानी है राजस्थान के भरतपुर जिले के निहाल सिंह की, जो पहले पारंपरिक खेती करते थे। खेती से होने वाली आय के कारण परिवार की आर्थिक स्थति मजबूत नहीं हो पा रही थी दोस्तों के सुझाव पर निहाल सिंह ने मछली पालन की और रुख किया। उन्होंने 5 बीघा जमीन पर मछली पालनशुरू किया।
मछली पालन की प्रक्रिया
निहाल सिंह ने सबसे पहले सबसे छोटी मछलियों के बीज खरीदे जिनकी कीमत 10 पैसे प्रति मछली लेते थे। उन्होंने इन मछलियों को तालाब में पाला और उचित देखभाल की। समय के साथ, ये मछलियां बड़ी हुईं और बाजार में अच्छी कीमत पर बिकने लगीं। निहाल सिंह ने अपनी मछलियों को दिल्ली और फरीदाबाद की मछली मंडी में बेचा जिससे होना अच्छा मुनाफा हुआ।
सफलता की कहानी
मछली पालन से न केवल अपनी अर्थी स्थिति सुधारी बल्कि करोड़ो रूपये कमाई की। उन्होंने तीन बेटियों की शादी इसी आय से की और 7 बीघा जमीन और खरीद ली अब उनके पास कुल 12 बीघा जमीन है जिसकी कीमत ₹1 करोड़ रूपये है उनका बड़ा बेटा फरीदाबाद में नौकरी कर रहा है और उनका छोटा बेटा अभी पढ़ाई कर रहा है ।
मछली पालन के लिए सरकारी सहायता
मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है। उदाहरण के लिए, हिमाचल प्रदेश सरकार तालाब निर्माण के लिए 9.92 लाख रुपये तक की सब्सिडी प्रदान कर रही है। इस योजना का लाभ उठाकर किसान मछली पालन के माध्यम से अच्छी आय अर्जित कर सकते हैं। एक हेक्टेयर तालाब से प्रति वर्ष 10.50 लाख रुपये तक की कमाई संभव है।