बढ़ती बिजली खपत और महंगी फलों बिलो से परेशान है? ऐसे में सोलर प्लांट लगाकर आप न केवल अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा कर सकते है बल्कि ग्रुप नेट मीटरिंग का लाभ उठाकर अतिरिक्त बचत भी कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि ग्रुप नेट मीटरिंग क्या है और यह कैसे फायदेमंद हो सकती है।
सोलर न्यूज़
ग्रुप नेटवर्किंग एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें सोलर पावर सिस्टम से उत्पन्न बिजली के क्रेडिट्स को एक समूह के सदस्यों के बीच साझा किया जाता है। इसका मतलब है यह सोलर प्लांट से उत्पन्न ऊर्जा का लाभ कई उपभोक्ता उठा सकते हैं। भले ही वह सोलर प्लांट से अधिक जुड़े ना हो।
कैसे काम करती है ग्रुपनेट मीटरिंग
इस प्रणाली में सोलर पावर सिस्टम से उत्पन्न बिजलीग्रिड में भेजी जाती है और उत्पन्न क्रेडिट स्कोर समूह के सदस्यों के बीच विभाजित किया जाता है। प्रत्येक सदस्य की बिजली बिल में इन क्रेडिट का समायोजन किया जाता है जिससे उनकी कुल बिजली लागत कम हो जाती है।
ग्रुप नेट मीटिंग के लाभ
लगत में कमी -समूह के सदस्यों के बीच सोलर पावर सिस्टम की स्थापना रखरखाव की लागत विभाजित होने से व्यक्तिगत खर्च कम हो जाता है।
ऊर्जा का अधिकतम उपयोग: उतपन्न अतिरिक्त बिजली ग्रिड में भेजी जाती है जिससे ऊर्जा का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित होता है।
पर्यावरण संरक्षण -सौर ऊर्जा के उपयोग से कार्बन उत्सृजन में कमी आती है जिससे पर्यावरण का लाभ होता है।
किसके लिए है उपयुक्त
ग्रुप नेट मीटरिंग उन लोगो के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जिनके पास अपने छत पर सोलर पैनल लगाने की जगह नहीं है। या जो व्यक्तिगत सोलर सिस्टम की उच्च लागत वहन नहीं कर सकते। इसके अलावा, अपार्टमेंट में रहने वाले लोग, छोटे व्यवसाय, और सामुदायिक संगठन भी इस प्रणाली का लाभ उठा सकते हैं।