जयपुर के लाखों केंद्रीय कर्मचारियों के लिए एक और गुड न्यूज़ आयी है। अगर आप भी एक सेंट्रल एम्प्लॉई है तो ये खबर आपके लिए काफी खास है। दरअसल 8 वे वेतन आयोग का पैसा इंतजार कर रहे हैं कर्मचारियों को पेंशन जल्दी बड़ी सौगात मिलने वाली है। इसके लिए चर्चा में तेजी पर है। सरकार जल्दी नए वेतन आयोग का गठन करेगी। इसके लागू होने के बाद कर्मचारियों की बेसिक सैलरी का मोटा इजाफा होगा। ये जानकर केंद्रीय कर्मचारियों के चेहरे खिले हुए हैं।
केंद्र सरकार को आठवीं वेतन आयोग में 2.86 फिटमेंट फैक्टर को सुझाव दिया गया है
आठवे वेतन आयोग में सैलरी संशोधन के लिए आधार बनाए जाने वाले गुणांक यानी फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाने की मांग जोर पकड़े हुए है। अगर कर्मचारियों की मांग के अनुसार फिटमेंट फैक्टर लागू होता है तो कर्मचारियों की न्यूनतम सैलरी 18000 से बढ़कर करीब 51000 हो जाएगी। कर्मचारी फिटनेस फैक्टर 2.86 करने की उम्मीद कर रहे हैं। इसके लागू होते ही केंद्रीय कर्मचारियों की तो बल्ले बल्ले होगी ।साथ ही लाखो पेंशनर्स को भी इसका फायदा मिलेगा। इसे लेकर नेशनल काउंसिल ऑफ जॉवंट कंसल्टेटिव मशीनरी यानी कि सचिन शिव गोपाल मिश्रा ने भी दिन प्रतिदिन बढ़ती महंगाई को देखते हुए केंद्र सरकार को आठवीं वेतन आयोग में 2.86 फिटमेंट फैक्टर को सुझाव दिया गया है।
सरकार के सामने रखी ये मांग
इस समय महंगाई अपने चरण पर हमारी चीज के दाम आसानी इसको देखते हुए NC-JCM के सचिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि, हमारी और सरकार आठवीं वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.86 करने की मांग की गई। पिछली बार तो 2.97 फिटमेंट फैक्ट्री की मांग स्वीकार कर ली गई थी। लेकिन इस बार क्या होगा ,इस बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। क्योंकि सरकार की ओर से अभी तक किसी लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया और न हीं कोई पुष्टि हुई है। अगर इस बार 2.86 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है तो कर्मचारियों की न्यूनतम वेतन में लगभग 34 से लेकर 35000 रुपए की बढ़ोतरी हो सकती है।
जानिये फिटमेंट फैक्टर के बारे में
हर वेतन आयोग में वेतन को संशोधित करने के लिए फिटमेंट फैक्टर को आधार बनाया जाता है। इसी पर सैलरी में बढ़ोतरी निर्भर करती है। फिटमेंट फैक्टर वास्तव में वेतन व पेंशन के संशोधन का एक गुणांक है। 7th Pay Commission में 2.57 का फिटमेंट फैक्टर लागू करने की सिफारिश व मांग की गई थी। अब 8वें वेतन आयोग में इस फिटमेंट फैक्टर को दोहराए जाने की बात कही जा रही है। सरकार को इस पर विचार करने की मांग की गई है ताकि बढ़ती महंगाई से पार पाया जा सके। इस फिटमेंट फैक्टर को लागू करना बढ़ती महंगाई में उचित बताया जा रहा है।