चंद्रचूड़ सिंह का मामूली टीचर से सफल एक्टर बनने तक का सफर
हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म कटपुतली में अपने दमदार अभिनय के चलते चर्चा में आये चंद्रचूड़ सिंह को भले ही किसी खान या कपूर के जितना फेम नहीं मिला
पर एक मामूली टीचर की नौकरी से निकल कर बॉलीवुड में पहचान बनाने की इनकी जर्नी बहुत इंस्पायरिंग है।
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में 11 अक्टूबर 1968 में जन्में चंद्रचूड़ सिंह को शुरू से ही एक्टिंग का शोक था वह स्कूल के नाटकों में भी एक्टिंग किया करते थे।
उनको म्यूजिक का शौक भी था इसलिए उन्होंने क्लासिकल सिंगिंग की ट्रेनिंग ली और कॉलेज खत्म होने के बाद दिल्ली के वसंत वैली स्कूल में म्यूजिक टीचर बने इसी के साथ वे आईएएस की तैयारी भी कर रहे थे।
लेकिन फिल्मो से ऑफर आने लगे तो वो मुंबई आ गए थे 1990 में चंद्रचूड़ सिंह ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत फिल्म आवारगी से की थी।
लेकिन यह फिल्म किसी वजह से डिब्बाबंद हो गयी जिससे उनको बेहद निराशा हुई क्योकि वे आईएएस बनना चाहते थे और उसकी तैयारी भी कर रहे थे।
1990 में उन्होंने एक और फिल्म शुरू की पर उसकी भी शूटिंग पूरी नहीं हो पायी। और इसके 5 साल बाद तक उन्हें कोई फिल्म नसीब नहीं हुई।
जया बच्चन ने चंद्रचूड़ सिंह को फिल्म 'तेरे मेरे सपने' के स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया और उनकी एक्टिंग देख कर उनको सेलेक्ट कर लिया। चंद्रचूड़ सिंह ने 1996 में फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से डेब्यू किया