Vastu tips:'कछुए की अंगूठी' पहनने से किस्मत पलट जाती है, लेकिन सावधानी वरना ....

Vastu tips:'कछुए की अंगूठी' पहनने से किस्मत पलट जाती है, लेकिन सावधानी वरना ....

 
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आजकल लोगों के हाथों में कछुए के आकार की अंगूठी आसानी से देखी जा सकती है। इसका सीधा संबंध वास्तु शास्त्र से है। दरअसल, 'टर्टल रिंग' के कई फायदे हैं। इस अंगूठी को धारण करने वालों की किस्मत चमक उठती है। कछुआ ज्योतिष में बहुत भाग्यशाली माना जाता है क्योंकि यह सीधे धन लाने वाली देवी लक्ष्मी से संबंधित है। दरअसल, हिंदू धर्म में भगवान विष्णु को कच्छप यानी कछुआ अवतार माना गया है, इसलिए 'कछुए की अंगूठी' धारण करने वाले पर मां लक्ष्मी हमेशा कृपा बरसाती हैं।

दूसरा कछुआ जल जनित है और देवी लक्ष्मी की उत्पत्ति भी जल से ही हुई है। इसीलिए वास्तु शास्त्र और फेंगशुई में भी कछुए को भाग्यशाली और धनवान बताया गया है। यदि आप 'कछुए की अंगूठी' धारण करते समय नियमों को जान लें तो यह धन के नए रास्ते खोलती है। वास्तु कहता है कि यदि जीवन में सुख-सुविधाओं का अभाव हो, धन की कमी हो, सुख-शांति कम हो रही हो तो कछुआ अंगूठी धारण करने से जीवन में सुखद परिवर्तन आते हैं।

'कछुए की अंगूठी' को धारण करने के कई नियम हैं और इसे हर कोई धारण नहीं कर सकता है। इसे किसी ज्योतिषी की सलाह पर ही धारण करना चाहिए। ज्योतिषी सलाह देते हैं कि सिंह और तुला राशि के जातकों को अपना राशिफल दिखाकर ही 'कछुए की अंगूठी' धारण करनी चाहिए।

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'कछुए की अंगूठी' धारण करते समय सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि कछुए का मुख आपकी ओर होना चाहिए। इससे धन आपकी ओर आकर्षित होगा और परिवार में धन और सुख-समृद्धि आएगी।

यदि कछुए का मुख आपके मुख के विपरीत दिशा में हो तो आपको आर्थिक हानि हो सकती है क्योंकि धन आने के स्थान पर चला जाएगा।

कछुए की अंगूठी सीधे हाथ की मध्यमा अंगुली में ही धारण करें।

इसे केवल शुक्रवार के दिन ही धारण करना चाहिए (शुक्रवार देवी लक्ष्मी का दिन है)।

कछुए की अंगूठी चांदी में ही बनवानी चाहिए।

'कछुए की अंगूठी' बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि कछुए की पीठ पर 'श्री' का टैटू बना हो।

इसे पहनने के बाद इसे खेलकूद में इधर-उधर करने से बचें। यदि कछुए का मुंह विपरीत दिशा में हो जाए तो आपको धन की हानि होगी।

जब भी आपको 'टर्टल रिंग' उतारने की जरूरत महसूस हो तो इसे उतारें नहीं और कहीं भी रख दें। इसे उतारकर पूजाघर में मां लक्ष्मी के चरणों में रख दें।

एक बार उतारकर फिर धारण करने का भी नियम है। इसे दूध से भरी कटोरी में रख दें और फिर मां लक्ष्मी के चरणों में लगाकर धारण करें।

ज्योतिष के अनुसार कर्क, मेष, वृश्चिक और मीन राशि के जातकों को बिना ज्योतिषीय सलाह के 'कछुए की अंगूठी' नहीं पहननी चाहिए। यदि इन राशि के जातक 'कछुए की अंगूठी' धारण करें तो ये ग्रह दोष के शिकार हो जाएंगे और इनका नुकसान शुरू हो जाएगा।

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