How To Become Your Child a cricketer - बच्चे को कैसे बनाए क्रिकेटर , जानिए सही गाइडेंस और कोचिंग

अक्टूबर में वर्ल्ड कप शुरू होगा और अभी एशिया कप चल रहा है। महिला क्रिकेट खिलाड़ी हरमनप्रीत कौर को टाइम मैगजीन की 'टाइम 100 नेक्स्ट' में जगह मिली है। वह पहली महिला क्रिकेटर हैं जिन्हें टाइम मैगजीन ने अपनी लिस्ट में शामिल किया है।
करीब 300 साल पहले 1721 में भारत में क्रिकेट की शुरुआत हुई। भारत में हुए एक सर्वे के मुताबिक देश में महिला और पुरुष खिलाड़ियों को मिलाकर करीब 5.45 करोड़ लोग क्रिकेट खेलते हैं। दुनिया में क्रिकेट फैंस की संख्या एक अरब से भी ज्यादा है। क्रिकेट के शौकीन युवा इस खेल में करियर बनाने का सपना देखते हैं पर सही गाइडेंस और कोचिंग की कमी से ज्यादातर का ख़्वाब अधूरा रह जाता है।
नेशनल क्रिकेट एकेडमी देश की सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट एकेडमी
भारत में कई क्रिकेट एकेडमी और क्रिकेट क्लब मौजूद हैं। बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में मौजूद नेशनल क्रिकेट एकेडमी देश की सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट एकेडमी है। कपिल देव, रवि शास्त्री और अनिल कुंबले ने 2000 में इसे बनाया था। जो बच्चा प्रोफेशनल क्रिकेटर बनना चाहता है उसे और उसके पेरेंट्स को कुछ बातें ध्यान में रखनी जरूरी हैं।
नेशनल टीम में ऐसे होता है सिलेक्शन
क्रिकेट में भाग लेने वाले सभी देशों की नेशनल टीम के अलावा A-टीम भी होती है। नेशनल टीम में अपनी जगह बनाने के लिए पहले A-टीम में जगह बनानी पड़ती है।
इनका भी बन सकते हैं हिस्सा
नेशनल टीम का हिस्सा बनने के अलावा बच्चा विभिन्न देशों में आयोजित होने वाली लीग या फ्रैंचाइजी का भी हिस्सा बन सकता है। IPL (भारत), काउंटी क्रिकेट (इंग्लैंड), BBL (ऑस्ट्रेलिया) जैसे प्रसिद्ध लीग्स इसके उदाहरण हैं।
रेलवे की क्रिकेट टीम को ज्वॉइन करने का भी मौका रहता है। इसमें रेलवे कर्मियों को प्राथमिकता मिलती है। लेकिन दूसरों को भी ट्रायल का मौका दिया जाता है।