राम तेरी गंगा मैली ने मजा आया तहलका, अपनों ने ही डुबाया करियर

मनोरंजन जगत में 'कपूर फैमिली' एक बड़ा नाम है और इस परिवार ने लंबे समय तक बॉलीवुड पर राज किया है। आज भी परिवार वाले फिल्मी दुनिया का हिस्सा हैं। सभी अपने-अपने स्तर पर दर्शकों का मनोरंजन करने में लगे हुए हैं।पृथ्वीराज कपूर के बाद राज कपूर ने फिल्मी दुनिया में खूब नाम कमाया था। उन्होंने अपने बेटों और भाइयों को भी सिनेमा में पहचान दिलाने में मदद की। लेकिन उनके बेटे राजीव कपूर की किस्मत फिल्मी दुनिया में कुछ खास नहीं चमक सकी। आइए बात करते हैं उनकी नाराजगी और एक किस्से की।
कपूर खानदान
कपूर खानदान में राजीव कपूर को ऐसा सदस्य कहा जा सकता है, जिनका सितारा सिनेमा की दुनिया में कुछ खास नहीं चमका।राजीव को निपटाने की काफी कोशिश की गई लेकिन वह सिक्का जमा नहीं कर पाया। फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' तो आपको याद ही होगी। फिल्म का नाम आते ही सबसे पहले एक्ट्रेस मंदाकिनी का नाम सामने आता है। दरअसल हुआ भी ऐसा ही, फिल्म की सारी सुर्खियां मंदाकिनी ने ले लीं।read also:
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मंदाकिनी पर ध्यान दें
'राम तेरी गंगा मैली' साल 1985 में रिलीज हुई थी और इसका निर्देशन राज कपूर ने किया था। फिल्म में राजीव और मंदाकिनी मुख्य भूमिका में थे। इस प्रेम कहानी में मंदाकिनी के सीन चर्चित रहे। राज कपूर भारतीय सिनेमा में कुछ ऐसा लेकर आए थे, जो भारतीय दर्शकों के लिए काफी नया था। ये फिल्म हिट साबित हुई और इससे सबसे ज्यादा फायदा अगर किसी को हुआ तो वो थीं मंदाकिनी। राजीव को यह पसंद नहीं आया। और उन्होंने पिता राज कपूर से अपनी नाराजगी जाहिर की। रिपोर्ट्स की मानें तो राजीव चाहते थे कि उनके पिता एक ऐसी फिल्म बनाएं जो सिर्फ उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमे। लेकिन राज कपूर ने ऐसा नहीं किया और इस वजह से राजीव उनसे नाराज हो गए।
राजीव ने गुस्से में
राजीव ने गुस्से में दूसरे बैनर की फिल्में कीं लेकिन उनके करियर पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। समय के साथ उनका करियर ग्राफ नीचे आता गया। इसके बाद उन्होंने निर्देशन की दुनिया में कदम रखा। 9 फरवरी 2021 को दिल का दौरा पड़ने से राजीव का निधन हो गया।