सरकार ने गाड़ियों में साधारण नंबर प्लेट की जगह HSRP प्लेट को अनिवार्य कर दिया है। ये नंबर प्लेट एक बार वाहन में लग जाने के बाद नहीं निकलते। इस वजह से अपराधियों द्वारा इन्हें बदलकर वाहन की पहचान बदलना अब मुश्किल हो गया है। इसी तरह कार की विंडस्क्रीन पर कलर कोडेड स्टीकर लगाना भी अनिवार्य है।
इस स्टीकर का अहम रोल हैं। ये छोटा सा स्टीकर गाड़ी की पूरी कुंडली निकाल देता है। इसे नहीं लगाने पर 5 से 10 हजार रुपये का जुर्माना भी लग सकता है। चलिए आपको बताते हैं कार की विंडस्क्रीन पर इस स्टीकर का क्या काम होता है।
छोटे से स्टीकर में होती है सारी जानकारी
इस स्टीकर में कुछ नंबर लिखे होते हैं। यह स्टीकर देखने में साधारण लगते हैं लेकिन इसमें गाड़ी की कई अहम जानकारी छुपी होती है। जैसे चेसिस नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर, ओनर की आइडेंटिटी, इंजन नंबर, गाड़ी की परचेजिंग डेट, डीलर आदि की जानकारी कोडेड होती है।
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स्टीकर का रंग
स्टीकर के रंग से पता लगाया जा सकता है कि गाड़ी किस फ्यूल से चलती है। वह कितनी पुरानी है। जैसे कि डीजल गाड़ी के लिए ऑरेंज, पेट्रोल और सीएनजी के लिए लाइट ब्लू और इलेक्ट्रिक कार के लिए ग्रे रंग का स्टीकर होता है। इससे यह भी पता चलता है कि गाड़ी किस बीएस वैरिएंट (बीएस 3, 4, 6) की है।