Transaction system - क्या आप जानते हैं NEFT, RTGS और IMPS में अंतर? यहाँ जानें

नेट बैंकिंग के माध्यम से कहीं भी किसी को भी आसानी से पैसा भेजा जा सकता है। नेटबैंकिंग के माध्यम से पैसा भेजते समय NEFT, RTGS और IMPS ट्रांजैक्शन मोड को सेलेक्ट करना पड़ता है। आइए इन तीनों ट्रांजैक्शन के बीच का अंतर समझते हैं।
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (NEFT)
नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर एक नेशनल लेवल सेंट्रलाइज्ड पेमेंट सिस्टम है। इसका स्वामित्व और संचालन भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास है। इस मोड के जरिए पैसे भेजने पर बेनेफिशरी के खाते में लगभग आधे घंटे के अंदर क्रेडिट हो जाता है। किसी भी व्यक्ति को जल्दी से किसी के अकाउंट में पैसा भेजना है तो वो NEFT के माध्यम से भेजता है। इसमें 1 रुपये से लेकर बड़ी से बड़ी राशि आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं। बैंक इसके लिए आपसे चार्ज ले सकती है।
रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS)
रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट के माध्यम से आप कुछ सेकंड में पेमेंट कर सकते हैं। इसके लिए इंतजार करने की ज़रूरत भी नहीं पड़ती है और पैसे आ जाते हैं। इस सुविधा के माध्यम से 2 लाख रुपये से अधिक भेजना होता है। अगर आप 2 लाख से नीचे भेजते हैं तो इसका लाभ नहीं उठा सकते हैं। इस सुविधा को सुबह 8 बजे से शाम 6 के बीच में कर सकते हैं। शाम 6 बजे के बाद इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं।
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इमीडियेट मोबाइल पेमेंट सर्विस (IMPS)
IMPS यानी एक इनोवेटिव रीयल टाइम पेमेंट सर्विस जो आपके लिए 24 घंटे के लिए उपलब्ध है। इसके माध्यम से आप न्यूनतम 1 रुपये और अधिकतम 2 लाख रुपये की राशि किसी को भेज सकते हैं। इसके माध्यम से भी बेनेफिशरी के खाते में कुछ ही सेकंड में पैसे पहुंच जाते हैं। यह सर्विस नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से पेश की जाती है। सर्विस टाइमिंग 365 दिन और 24*7 है।