A -M-naik - जिस कंपनी में की थी 670 रुपये की नौकरी, बने उसी के बॉस, दान कर दी सारी दौलत

A -M-naik - जिस कंपनी में की थी 670 रुपये की नौकरी, बने उसी के बॉस, दान कर दी सारी दौलत

 
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लार्सन एंड टुब्रो (L&T) के नॉन एक्जीक्यूटिव चेयरमैन अनिल मणिभाई नाइक ने पद से हटने का फैसला कर लिया है। ए एम नाइक ने 30 सिंतबर 2023 को अपना पदभार छोड़ने का फैसला किया है। 58 सालों तक उन्होंने L&T की कमान संभाली है। वह अब कंपनी के नेतृत्व की जिम्मेदारी से हट रहे है। 

​670 रुपये की सैलरी​

नाइक साधारण परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उन्होंने L&T में नौकरी के लिये आवेदन किया लेकिन उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया। रिजेक्ट होने के बाद उन्होंने नेस्टर बॉयलर्स में नौकरी शुरू की । बाद में पता चला की एलएंडटी में हायरिंग चल रही है। उन्हें पहले से भी कम सैलरी पर जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्त कर लिया गया। 15 मार्च 1965 में उन्होंने एलएंडटी में नौकरी ज्वाइन कर ली।

​जहां की नौकरी, बने उसी के बॉस

उनका वेतन 670 रुपये प्रति महीने था। यूनियन एग्रीमेंट के बाद उनका वेतन 1025 रुपये हो गया। जूनियर इंजीनियर से उन्हें असिस्टेंड इंजीनियर बना दिया गया।

​ऊंचाईयों पर पहुंचाया

1999 में वह उसी कंपनी के सीईओ बने। जुलाई 2017 में वह एलएंडटी समूह के चेयरमैन बने। 2023 में कंपनी का कुल असेट 41 अरब डॉलर था। आज की तारीख में एलएंडटी का 90 फीसदी रेवेन्यू उन कारोबार से आता है जिसे नाइक ने शुरू किया है।

​दिखावे का शौक नहीं

उनकी आलमारी में मात्र 2 जोड़ी जूते, 6 शर्ट और 2 सूट शामिल है।alsoreadInfosys :इंफोसिस ने अपनी एंड-टू-एंड एप्लिकेशन सेवाओं को संभालने के लिए ब्रिटिश ऊर्जा दिग्गज बीपी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए 

​दान कर दी करोड़ों की संपत्ति​

2017-18 में नाइक की सैलरी 137 करोड़ रुपये थी। उनका नेटवर्थ 400 करोड़ रुपये था। उन्होंने 2016 में अपनी 75 फीसदी संपत्ति दान कर दी। नाइक अपनी संपत्ति का अधिकांश हिस्सा स्कूल और अस्पताल की चैरिटी पर खर्च करते हैं। 2022 में उन्होंने 142 करोड़ रुपए का दान दिया था।

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