Diesel Cars - क्या होगा डीजल कार का भविष्य? Maruti और Hyundai ने जताई चिंता

कार बनाने वाली प्रमुख कंपनियों मारुति सुजुकी और हुंडई ने कहा कि यात्री वाहनों में डीजल वाहनों की हिस्सेदारी घट सकती है। जैसे-जैसे उत्सर्जन नियम सख्त होते जाएंगे, खरीद लागत बढ़ती जाएगी और इससे डीजल वाहनों की बिक्री में गिरावट तेज होगी’’।
यात्री वाहनों में डीजल वाहनों की हिस्सेदारी घटी
ज्यादातर विनिर्माताओं ने घोषणा की है कि वह अब डीजल वाहन नहीं बनाएंगे। उन्होंने कहा कि '2013-14 में यात्री वाहनों में डीजल वाले वाहनों की हिस्सेदारी 53.2 प्रतिशत थी। 2023-24 में यह 18.2 प्रतिशत पर आ गई है'। 'डीजल और पेट्रोल के बीच कीमत का अंतर कम होने से अब डीजल वाहनों को चलाने की लागत पर लाभ कम हो गया है'। 'इसके अलावा उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करने के लिए कारखानों और वाहनों में बदलाव की लागत काफी बढ़ सकती है।
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हुंडई की ओर से तरुण गर्ग ने क्या कहा?
तरुण गर्ग ने कहा कि 'ग्राहकों की बदलती पसंद के कारण इस साल कंपनी के वाहनों में डीजल गाड़ियों की हिस्सेदारी घटकर 18 प्रतिशत रह गई है जो पहले 30 प्रतिशत थी'। उन्होंने कहा कि 'कंपनी की जिम्मेदारी है कि ग्राहक को जो भी चाहिए उसे दिया जाए। कंपनी जब तक सभी मानदंडों को पूरा करेगी, वह इसे जारी रखेगी'।