Helmet - हेलमेट कैसा होना चाहिए ? खरीदते समय आईएसआई मार्क भी देखें

एक रिपोर्ट के मुताबिक 24 सेकेंड में एक व्यक्ति की जान सड़क दुर्घटना में जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सड़क हादसों को जान लेने वाला आठवां सबसे बड़ा कारण बताया है। रोड एक्सीडेंट में सबसे ज्यादा शिकार युवा होते हैं। इन मौतों में से 40 फीसदी की सबसे बड़ी वजह हेलमेट न पहनना और सीट बेल्ट न बांधना है।
मोटरसाइकिल पर हेलमेट नहीं पहनने से एक्सीडेंट के दौरान सिर पर चोट लग जाए तो दिमाग में न्यूरोलॉजिक डिसऑर्डर के चांस रहते हैं। कार चलाते वक्त सीट बेल्ट न पहनी हो और एक्सीडेंट हो जाए तो व्यक्ति में मल्टीपल फ्रैक्चर की आशंका रहती है।
सीट बेल्ट क्यों जरूरी है?
कार का एक्सीडेंट होने पर सीट बेल्ट बेहतरीन सुरक्षा देती है। जब कार का अचानक एक्सीडेंट होता है, तो चलती कार में बैठा व्यक्ति कार के अचानक रुकने पर आगे की ओर तेजी से गिरता है जिससे चोट लग सकती है। सीट बेल्ट ऐसी स्थिति से बचाती है।
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कैसा होने चाहिए हेलमेट
हेलमेट खरीदते समय आईएसआई मार्क होना जरुरी है। बिना मार्क वाला हेलमेट ना लें। हेलमेट हमेशा अपने चहरे के साइज और शेप के मुताबिक ही लें। हेलमेट का वजन 1200 से 1350 ग्राम के बीच होना चाहिए। हेलमेट के अंदर जर्म रेसिस्टेंट पैडिंग लगी होनी चाहिए और लोकल हेलमेट कभी न लें क्यूंकि वे रिस्की होते हैं।