Car-warranty - नई कार के साथ की ये छेड़छाड़, तो ख़त्म हो जाएगी वारंटी , फिर कंपनी भी आपकी नहीं सुनेगी

जब हम नई गाड़ी खरीदते हैं तो कंपनियां कुछ साल की वारंटी देती हैं। यह वारंटी इसलिए दी जाती है ताकि वारंटी पीरियड के अंदर गाड़ी के खराब होने पर उसे ग्राहक बिना पैसे खर्च किए आसानी से बनवा सके। कार की वारंटी को बनाए रखने के लिए कंपनी की कुछ शर्तें होती है जिसे ग्राहक को मानना पड़ता है लेकिन कई बार हम जाने अनजाने में कुछ ऐसे काम कर बैठते हैं जिससे कार की वारंटी वॉइड हो जाती है। कार की वारंटी वॉइड न हो इसलिए हम आपको कुछ जरूरी बाते बता रहे हैं।
कार में न लगवाएं आफ्टर मार्केट पहिये
कंपनी द्वारा दिए गए व्हील में बदलाव न करें। ऐसा करने पर कंपनी वारंटी को वॉइड मानती है और उसे रद्द कर देती है। कार के सनरूफ, सीट, हेडलाइट या टेललाइट में मॉडिफिकेशन से भी कार की वारंटी समाप्त हो सकती है। कंपनी द्वारा बताये गए टायर साइज का इस्तेमाल न करने पर भी वारंटी खत्म हो जाती है।
इंजन से न करें छेड़छाड़
कई लोग नई कार के इंजन को अपने हिसाब से बेहतर बनाने के लिए उसमें बूस्टर या टर्बो चार्जर लगवा देते हैं। ऐसा करने पर भी वारंटी समाप्त हो जाती है।
इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को न बदलें
कार में दिए गए स्टॉक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से भी छेड़छाड़ वारंटी को खत्म कर सकता है। कार में एक्स्ट्रा डिवाइस लगाने के लिए वायर में किए गए कटिंग से भी वारंटी समाप्त हो सकती है। कार के ऐसी, स्पीकर, इंफोटेनमेंट सिस्टम, लाइट, वायरलेस सिस्टम आदि में कोई भी बदलाव करने से बचें।
बाहर न करवाएं सर्विसिंग
कार के वारंटी पीरियड में रहते समय ऑथराइज सर्विस सेंटर से ही सर्विसिंग करवाएं। कई कार कंपनियां ऐसा न करने पर वारंटी खत्म कर देती है।