गाड़ी में यह 5 बदलाव करने से कट सकता है चालान, RTO में कराना होगा आवेदन

कार में यह दो तरह से होता है। पुराने पहिए को चौड़े टायर से बदलना या बड़े पहिये को चौड़े टायर से बदलना, यानी दोनों। इससे गाड़ी का लुक बेहतर होता है। साथ ही वाहन की गति में भी सुधार होता है। हालांकि, इसका त्वरण, ईंधन दक्षता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि ऐसे टायर चुनें जो आपके वाहन के लिए उपयुक्त हों और सिर्फ टायर फिट करने के लिए वाहन की बॉडी से छेड़छाड़ न करनी पड़े। कई बार लोग अलॉय व्हील्स लगवाना पसंद करते हैं, लेकिन उनका आकार ज्यादा नहीं होना चाहिए और व्हील लिप टायर से निकलते हुए नहीं दिखना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें, नहीं तो आप कानूनी पचड़े में पड़ सकते हैं।
यह रंग वाहन में वर्जित है।
गाड़ी के रंग में बदलाव आप अपनी गाड़ी को अपने मनचाहे रंग से रंगवा सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको आरटीओ से अनुमति लेनी होगी। फिर उस नए रंग का जिक्र आपकी कार की आरसी यानी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में भी होगा। ध्यान रहे कि आप अपनी गाड़ी को आर्मी ग्रीन कलर से पेंट नहीं करा सकते हैं।read also:
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जो लोग निलंबन बदलना चाहते हैं वे ध्यान दें।
सस्पेंशन को अपग्रेड करना आप बेहतर ड्राइविंग के लिए अपने वाहन के सस्पेंशन में बदलाव भी कर सकते हैं। सस्पेंशन आपकी कार के टायरों और सड़क के बीच घर्षण में सुधार करता है। इससे कार चलाने में आराम महसूस होता है। स्व बार और कॉइल स्प्रिंग को बिना ज्यादा खर्च किए अपग्रेड किया जा सकता है। मोटा स्व बार सस्पेंशन को स्मूद बना देगा और अपग्रेडेड कॉइल स्प्रिंग कार के एयरबोर्न फील को कम कर देगा और इसे एक फर्म राइड देगा। लेकिन ध्यान रहे कि इसकी वजह से ग्राउंड क्लीयरेंस यानी जमीन से कार के बेस तक की दूरी में कोई अंतर नहीं आना चाहिए।
ये हैं गाड़ी का रंग बदलने के तरीके
क्रेपिंग से बदल जाएगा गाड़ी का रंग अगर आप अपने वाहन का रंग बदलना चाहते हैं तो आपको आरटीओ से मंजूरी लेनी होगी। इसलिए आरटीओ के झंझट से बचने के लिए आप अपने वाहन की बॉडी या विनाइल रैपिंग भी कर सकते हैं। यह न केवल वाहन के मूल रंग को सुरक्षित रखेगा बल्कि आपके वाहन को एक नया रंग भी देगा।