Past Life - क्यों याद नहीं रहता पिछला जन्म? जानें वजह और वैज्ञानिक दृष्टिकोण

जब बच्चे बड़े होने लगते हैं तो उनके पूर्व जन्म की याददाश्त धीरे-धीरे जाने लगती है। एक उम्र के बाद यादें पूरी तरह से मिट जाती हैं। विज्ञान पूर्व जन्म को एक चुनौती मानता है। जब हम पूर्व जन्म की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में विचार आता है कि हमें अपने पूर्व जन्म का याद क्यों नहीं है। आइए जानते हैं इसका वैज्ञानिक और धार्मिक पहलु।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
हमारे दिमाग की संरचना और कार्य प्रणाली कुछ इस प्रकार से बनी हुई है कि हम अपनी पिछली यादों को याद नहीं रख सकते। हमारा दिमाग इस प्रकार से काम करता है कि हमें नई चीजें याद रहती हैं और पुरानी हम भूलते जाते हैं। हमारी जिंदगी में कई बुरी घटनाएं घटित हो जाती हैं जिन्हें भूलकर हम नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं लेकिन यदि मनुष्य का दिमाग पुरानी बातों को भूल नहीं पाएगा तो उसके लिए नई शुरुआत करना असंभव होगा। इसी कारण से हमें पूर्व जन्म की बातें याद नहीं रहती।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार
यदि किसी व्यक्ति को अचानक से याद आ जाए कि पूर्व जन्म में उसकी मृत्यु किस प्रकार हुई थी या पूर्व जन्म में वह कौन सा काम करता था तो हो सकता है कि उसे इस जन्म में भी इस बात का डर बना रहे। छोटे बच्चों को अपना पिछला जन्म याद रहता है और बड़े होते होते वे उसे भूल जाते हैं।
इस विधि से याद कर सकते हैं पूर्व जन्म
आज के समय में भी भारत की सबसे पुरानी विद्या सम्मोहन का उपयोग किया जाता है। वर्तमान समय में सम्मोहन की विद्या का उपयोग पिछले जन्म की याद दिलाने के लिए बढ़िया माना गया है। इस विद्या का उपयोग कर के लोगों को उनके पूर्व जन्म की याद दिलाते हैं। फिर भी यह पूरी तरह से निश्चित नहीं है कि जो भी व्यक्ति को याद आया है वो सच है या नहीं।