जाने क्यों सड़क किनारे लगे पेड़ों को सफेद रंग में रंगा जाता है

सुहाना सफर और ये मौसम हंसी... कई बार रोड ट्रिप करते वक्त ऐसे गाने दिमाग में आते हैं। रोड ट्रिप के दौरान सिर्फ खूबसूरत रास्ते ही नहीं दिखते बल्कि कई बार इन रास्तों पर मौजूद कई दिलचस्प चीजें भी देखने को मिलती हैं। सड़क के किनारे के पेड़ों की तरह। अब आप पूछेंगे कि सड़क के किनारे लगे पेड़ों में ऐसी क्या खास बात है जो उन्हें खास लगती है? दरअसल, सड़कों के किनारे लगे कई पेड़ों को सफेद रंग से रंगा गया है। यह विशेष रूप से राजमार्गों या शहर के बाहर के मार्गों पर होता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों किया जाता है? दरअसल, पेड़ों को इस तरह रंगने के पीछे एक नहीं बल्कि दो वैज्ञानिक कारण हैं। तो चलिए आज हम आपको इसके बारे में कुछ बातें बताते हैं।
ये पेड़ किससे चित्रित हैं?
सबसे पहले आपको बता दें कि अगर पेड़ों पर पेंट लगाया जाए तो यह उन्हें खराब कर सकता है। ऑइल पेंट उनके विकास को प्रभावित कर सकता है। इसलिए उन्हें कभी पेंट से नहीं रंगा जाता। सड़क के किनारे के पेड़ों को हमेशा चूने से रंगा जाता है। सफेद रंग के ऊपर लाल पट्टी भी चूना और रंग ही है। जितना चूना डाला जाता है उससे कहीं अधिक पानी डाला जाता है ताकि पेड़ की वृद्धि किसी भी तरह से प्रभावित न हो।read also:
पेड़ों को चूने से क्यों रंगा जाता है?
सफेद चूना के कारण गर्मी के मौसम में पेड़ों को राहत मिलती है। कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के एक शोध का मानना है कि चूना पेड़ों को सीधी धूप से बचाता है। यदि कुछ नई पत्तियाँ आ रही हों या पेड़ कमजोर हो तो चूना लाभकारी हो सकता है। इससे गर्म मौसम में पेड़ में कीड़े भी नहीं पनपते। कीड़े नीचे से ऊपर चढ़ सकते हैं और एक पेड़ को पूरी तरह से खोखला कर सकते हैं। इसलिए चूना लगाया जाता है।
सड़क के किनारे के पेड़ों को चूने से रंगने का कारण?
पेड़- पौधों पर चूना क्यों लगाया जाता है, यह तो आप जान गए, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सड़क किनारे लगे पेड़- पौधों पर चूना क्यों लगाया जाता है? दरअसल ये चूना ही रात में रास्ता दिखाने का काम करता है. जहां स्ट्रीट लाइट नहीं है, वहां पेड़- पौधों को चूना लगाया जाता है। ऐसे में वाहनों की लाइट आते ही यह रिफ्लेक्ट हो जाता है। इससे ड्राइवर को रात में सड़क देखने में आसानी होती है।