Desi jugaad : मजदूर के बेटे ने जुगाड़ से बना दी ये अनोखी मशीन, बड़े-बड़े इंजिनियर भी हो गए हैरान

आपने कई जुगाड़ देखे होंगे। कई देसी जुगाड़ सोशल मिडिया पर वायरल हो जाते है। ये अनोखे देसी जुगाड़ देख विदेश के लोग भी हैरान हो जाते है। आज हम फिर एक गरीब घर के लड़के की कहानी बताने जा रहे है जिसने अपने माँ बाप को काम से राहत दिलाने के लिए एक देसी जुगाड़ कर दिया है।
विनय कुमार ने बनाया ये देसी जुगाड़
यूपी के बांदा की नरैनी तहसील के गांव छतफरा के रहने वाले 23 वर्षीय विनय कुमार कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आए थे। मजदूर मां-बाप के बेटे ने ग्रेजुएशन किया है। लेकिन जॉब नहीं मिली तो घर पर ही रह कर कामधंधा करने लगे। एक बार उनका ध्यान किसानों पर गया जो अनाज छानने में परेशानी का सामना कर रहे थे। विनय के दिमाग में एक आइडिया आया और उन्होंने कबाड़ में पड़े एक ड्रम, हैंडल और जाल की जुगाड़ से बड़ी छलनी बना दी। विनय की इस मशीन में गेहूं, चना, मूंग सहित अन्य फसल आसानी से साफ होती है।
विनय कुमार को प्रौद्योगिकी परिषद, लखनऊ ने 20 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया
इस देसी जुगाड़ का अविष्कार करने पर विनय कुमार को प्रौद्योगिकी परिषद, लखनऊ ने 20 हजार रुपये का पुरस्कार भी दिया।alsoreadViral post :भूख से मर रहा स्विगी डिलीवरी मैन खाना पहुंचाने के लिए 3 किमी चलता है, नेटिज़ेंस उसे बेहतर नौकरी दिलाने में मदद करते हैं
मात्र 5 हजार रूपए में बनाया विनय ने ये देसी जुगाड़
विनय ने बताया कि उन्होंने ड्रम के दोनों तरफ बेयरिंग लगाकर बेलनाकार आकृति बनाई। इसके ऊपर अलग-अलग साइज की दो जालियां कंस दीं। जब हैंडल घुमाते हैं तो अनाज एक तरफ से बेलनाकार ड्रम में चला जाता है। इसके बाद हैंडल घुमाने से अनाज और गंदगी जाल से छनकर अलग आ जाती है। इस मशीन के निर्माण में सिर्फ साढ़े पांच हजार रुपये खर्च हुए। मशीन से काम दो घंटे में हो जाता है।