यह है राजस्थान का रहस्यमई गांव जहां से एक ही रात में गायब हो गए थे हजारों लोग

कुलधरा गांव का इतिहास
कुलधरा गांव का इतिहास बहुत ही रोचक है। माना जाता है कि प्राचीन काल में इस गांव को ब्राह्मणों ने बसाया था। कई लोगों का मानना है कि कढ़न नमक पाली के एक ब्राह्मण ने इस गांव की स्थापना की थी।
इस गांव में मौजूद शिलालेखों और नक्काशियों के आधार पर कई लोगों का यह भी मानना है कि यहां कई सालों तक केवल ब्राह्मणों का शासन रहा और सलीम सिंह नाम के एक ब्राह्मण का शासन चलता था। वह अन्य लोगों से भी रंगदारी वसूलता था।
कुलधरा गांव 200 साल से वीरान पड़ा है
जब भारत की सबसे रहस्यमयी और डरावनी जगहों की बात होती है तो कुलधरन गांव का नाम सबसे पहले लिया जाता है। लोककथाओं के अनुसार यह गांव 50-100 साल से नहीं बल्कि 200 साल से भी ज्यादा समय से वीरान पड़ा है। कभी इस गांव में हरियाली और चहल-पहल हुआ करती थी। यह गांव सरस्वती नदी के तट पर बसा हुआ था।read also:हथनी भी देती है बिलकुल इंसानों को तरह ही बच्चे को जन्म,वीडियो हुआ वायरल
कुलधरा की रहस्यमयी कहानी
कुलधरा गांव की रहस्यमयी कहानी लाखों लोगों के लिए दिलचस्प विषय है। लोककथाओं के अनुसार इसके जमींदार सलीम सिंह आम लोगों से गलत तरीके से ब्याज या कर वसूल करते थे। इसके अलावा कई लोगों का यह भी मानना है कि सलीम सिंह की गांव की महिलाओं और बेटियों पर गंदी नजर है।
माना जाता है कि एक रात उसने ग्राम प्रधान की बेटी के साथ अश्लील हरकत की और इस घटना के बाद उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद भी सलीम सिंह की आंखें गंदी बनी रहीं। गांव वालों ने कई दिनों तक इसका विरोध किया और जब नहीं माने तो मुखिया समेत पूरा गांव रातों रात खाली हो गया. गांव खाली होने से पहले ही ब्राह्मणों ने श्राप दे दिया कि जो यहां घर बनाना चाहेगा वह नहीं बना पाएगा।