जानिए कौन थे अकबर के गुरु बैरम खान? आखिर क्यों चुना था अकबर ने बैरम खान को?

जानिए कौन थे अकबर के गुरु बैरम खान? आखिर क्यों चुना था अकबर ने बैरम खान को?

 
.

बैरम खान न केवल अकबर का संरक्षक था, बल्कि उसका गुरु भी था और उसने भारत में मुगल साम्राज्य के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनका जन्म 1501 को बदख्शां में हुआ था। उनकी पत्नी का नाम सलीमा सुल्तान बेगम था। उनके बेटे का नाम अब्दुल रहीम खान-ए-खाना था। उनका धर्म शिया इस्लाम था।

.

अकबर ने बैरम खान को क्यों चुना?

मुगल साम्राज्य में अकबर की दूध देने वाली मां महम अंगा ही बैरम खां के खिलाफ षडयंत्र रचती थी। इन्हीं साज़िशों का नतीजा था कि बैरम को हज के लिए आदेश दिया गया था, जहां 1561 ई. में उनकी हत्या कर दी गई थी।

.

अकबर ने बैरम खान को बर्खास्त क्यों किया?

जब उनके पिता की मृत्यु हुई, तो अकबर पंजाब के कलानौर में थे, इसलिए उनका राज्याभिषेक 1556 में कलानौर में हुआ। उनके शिक्षक और हुमायूँ के पसंदीदा और विश्वासपात्र बैरम खान ने 1556 से 1560 तक मुगल साम्राज्य के दरबारी प्रशासक के रूप में कार्य किया। उन्होंने खान-ए-खाना की उपाधि प्राप्त करके राज्य में वकील का पद प्राप्त किया।

.

बैरम खाँ किसके पुत्र थे?

बैरम खान या मोहम्मद बैरम खान अब्दुल रहीम खानखाना के पिता एक प्रसिद्ध योद्धा थे। वह अकबर का वज़ीर था और तुर्किस्तान से आया था। अकबर उसके संरक्षण में बड़ा हुआ लेकिन दरबार में कुछ लोगों ने अकबर को बैरम खान के खिलाफ भड़काया और उसे संरक्षक के पद से हटा दिया गया, रास्ते में ही उसे मार दिया गया जब वह हज के लिए जा रहा था। अब्दुल रहीम उस समय 5 साल के थे। अकबर ने उन्हें अपने पास रखा।

From Around the web